क्या आप किसी शहर में प्लॉट खरीदने का सपना देख रहे हैं? तो जरा ठहरिए! फ्लैट के मुकाबले प्लॉट खरीदना थोड़ा पेचीदा हो सकता है। अगर आप सही समय पर सही कागजात की जांच नहीं करते, तो आपका पैसा और सपना दोनों डूब सकते हैं। चाहे आप किसान से जमीन खरीद रहे हों या किसी बिल्डर से, कुछ जरूरी दस्तावेजों की जांच करना बेहद जरूरी है।
ये दस्तावेज आपको बताएंगे कि प्लॉट का असली मालिक कौन है, क्या वह कानूनी रूप से सही है, और क्या उसमें कोई पचड़ा तो नहीं है। इससे आपका निवेश सुरक्षित रहेगा और आपको मालिकाना हक भी आसानी से मिलेगा। आजकल ज्यादातर राज्यों में जमीन से जुड़ी जानकारी ऑनलाइन उपलब्ध है। बस आपको अपने राज्य की सरकारी वेबसाइट पर जाकर चेक करना होगा। तो चलिए, जानते हैं कि प्लॉट खरीदने से पहले किन-किन कागजात की जांच जरूरी है।
1. जमीन के रिकॉर्ड की करें पड़तालप्लॉट खरीदने से पहले सबसे जरूरी है जमीन के मालिकाना हक की जांच। बिल्डर जो जमीन बेच रहा है, उसका असली मालिक वही होना चाहिए। लैंड रिकॉर्ड से आपको जमीन के मालिक, उसके अधिकार, और कर्ज या गिरवी जैसी जानकारी मिलेगी। आप सर्वे नंबर के जरिए ऑनलाइन भूमि अभिलेख चेक कर सकते हैं। आजकल ज्यादातर राज्यों में ये जानकारी ऑनलाइन उपलब्ध है, तो इसे जरूर देखें।
2. भूमि उपयोग प्रमाणपत्र है जरूरीकिसी भी जमीन पर निर्माण शुरू करने से पहले बिल्डर को शहरी प्राधिकरण से भूमि उपयोग प्रमाणपत्र (CLU) लेना होता है। ध्यान रहे, आवासीय प्रोजेक्ट को व्यावसायिक, औद्योगिक या कृषि भूमि पर नहीं बनाया जा सकता। इसलिए बिल्डर से CLU की कॉपी मांगें और उसकी जांच करें।
3. लेआउट की मंजूरी लें जानकारीकई बिल्डर बिना लेआउट या भवन अनुमोदन के ही प्लॉट बेचना शुरू कर देते हैं। वे कह सकते हैं कि मंजूरी मिलने के बाद कीमतें बढ़ जाएंगी, लेकिन इस चक्कर में न फंसें। बिना मंजूरी वाले प्रोजेक्ट में पैसा लगाना जोखिम भरा है। हमेशा सुनिश्चित करें कि प्रोजेक्ट को सारी मंजूरियां मिल चुकी हैं।
4. मास्टर प्लान से करें तस्दीकबिल्डर और प्रॉपर्टी एजेंट अक्सर आपको एयरपोर्ट, मेट्रो, एक्सप्रेसवे या SEZ जैसे बड़े प्रोजेक्ट्स का लालच देते हैं। लेकिन इन दावों पर आंख मूंदकर भरोसा न करें। शहर के मास्टर प्लान को चेक करें और देखें कि क्या ये प्रोजेक्ट सचमुच वहां बन रहे हैं। साथ ही, यह भी सुनिश्चित करें कि आपका प्लॉट आवासीय क्षेत्र में है या नहीं।
5. आवंटन पत्र को समझेंप्लॉट की बुकिंग राशि जमा करने के बाद बिल्डर आपके साथ एक आवंटन पत्र साइन करता है। इसमें भुगतान की योजना और बाकी जरूरी शर्तें लिखी होती हैं। बुकिंग राशि देने से पहले इस पत्र को अच्छे से पढ़ें। सुनिश्चित करें कि भुगतान की शर्तें और देरी होने पर जुर्माना जैसी बातें साफ-साफ लिखी हों।
6. प्रॉपर्टी टैक्स रसीद की जांचप्लॉट खरीदने से पहले प्रॉपर्टी टैक्स की रसीदें जरूर चेक करें। इससे आपको पता चलेगा कि पुराने मालिक ने टैक्स भरा है या कोई बकाया राशि छोड़ी है। यह छोटा सा कदम आपको बाद में बड़ी मुसीबत से बचा सकता है।
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