मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में स्थित प्रसिद्ध बागेश्वर धाम में एक दुखद घटना ने सभी को झकझोर कर रख दिया। गुरुवार को एक पंडाल के गिरने से उत्तर प्रदेश के रहने वाले श्यामलाल कौशल की मृत्यु हो गई, जबकि 8 से 12 अन्य लोग घायल हो गए। इस हादसे ने बागेश्वर धाम के माहौल को शोक में डुबो दिया, खासकर इसलिए क्योंकि यह घटना पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के 29वें जन्मदिन के ठीक एक दिन पहले हुई। इस दुखद घटना के बाद धीरेंद्र शास्त्री ने मृतक के परिवार की सहायता के लिए एक बड़ी घोषणा की, जिसने उनके मानवीय दृष्टिकोण को उजागर किया।
हादसे की वजह: बारिश और पंडाल का ढहनायह घटना 4 जुलाई को उस समय हुई, जब धीरेंद्र शास्त्री के जन्मदिन के अवसर पर देश-विदेश से आए हजारों श्रद्धालु बागेश्वर धाम में एकत्र हुए थे। सुबह-सुबह भारी बारिश शुरू हो गई, जिसके कारण श्रद्धालु बारिश से बचने के लिए पंडाल के नीचे जमा हो गए। बारिश के पानी से पंडाल में पानी भर गया, जिसके चलते वह अचानक ढह गया। इस हादसे में श्यामलाल कौशल की मौके पर ही मृत्यु हो गई, जबकि कई अन्य लोग घायल हो गए। घायलों को तुरंत नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी स्थिति स्थिर बताई जा रही है। इस अप्रत्याशित हादसे ने सभी को गहरे सदमे में डाल दिया।
धीरेंद्र शास्त्री की संवेदनशील पहलपंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री, जिन्हें बागेश्वर धाम के बालाजी महाराज के भक्त के रूप में जाना जाता है, ने इस हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया। अपने 29वें जन्मदिन के अवसर पर मंच से बोलते हुए उन्होंने कहा, “हम अपने जन्मदिन की खुशी में डूबने के बजाय इस हादसे से दुखी हैं। प्राकृतिक आपदा को कोई रोक नहीं सकता, लेकिन हम मृतक के परिवार के लिए कुछ कर सकते हैं।” उन्होंने ऐलान किया कि हादसे के दिन बागेश्वर धाम में प्राप्त हुआ पूरा चढ़ावा मृतक श्यामलाल कौशल के परिवार को सौंप दिया जाएगा। इस घोषणा ने उनके अनुयायियों और स्थानीय लोगों के बीच उनकी संवेदनशीलता और उदारता की तारीफ को और बढ़ा दिया।
जन्मदिन का उत्सव रद्द, शोक में डूबा धामहर साल धीरेंद्र शास्त्री का जन्मदिन बागेश्वर धाम में बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है। देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु उनके दर्शन और आशीर्वाद लेने पहुंचते हैं। लेकिन इस साल यह उत्सव शोक में बदल गया। हादसे के बाद धाम में होने वाले सभी जन्मदिन से जुड़े कार्यक्रमों को रद्द कर दिया गया। धीरेंद्र शास्त्री ने कहा, “हम उसकी जान तो वापस नहीं ला सकते, लेकिन हमारी प्रार्थना है कि मृतक की आत्मा को शांति मिले और उनका परिवार इस दुख को सहन करने की शक्ति पाए।”
बागेश्वर धाम का महत्व और श्रद्धालुओं की आस्थाबागेश्वर धाम न केवल मध्य प्रदेश, बल्कि पूरे भारत में आध्यात्मिक केंद्र के रूप में प्रसिद्ध है। पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की अगुवाई में यह धाम लाखों लोगों के लिए आस्था और विश्वास का प्रतीक बन चुका है। उनके प्रवचन और हनुमान जी के प्रति उनकी भक्ति ने उन्हें युवाओं और बुजुर्गों के बीच समान रूप से लोकप्रिय बनाया है। इस हादसे के बावजूद, श्रद्धालुओं का विश्वास धाम और धीरेंद्र शास्त्री के प्रति अटूट बना हुआ है।
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