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वर्तमान समय में हिन्दू समाज का संगठन होना आवश्यक है

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संघ शिक्षा वर्ग के प्रकट कार्यक्रम में मुख्य वक्ता ने कहा

खाचरोद, 01 जून . खाचरोद में चल रहे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ मालवा प्रांत शिक्षा वर्ग प्रथम वर्ष में रविवार शाम को प्रकट कार्यक्रम हुआ. इस कार्यक्रम वर्ग में 15 दिन तक प्रशिक्षण लेने वाले स्वयं सेवकों ने दंड व न्युद्ध प्रकट किया. संगठन की 100 वर्ष की यह यात्रा संगठन नहीं अपितु विचार कि यात्रा है और जैसे विचार की शक्ति समाज में बढ़ी,वैसे ही हिंदू समाज का आत्मविश्वास भी बढा है, डॉक्टर हेडगेवार जी एक साधारण व्यक्ति थे, उस समय उनको जानने वालों मे कोई नहीं था पर आज भारत में किसी का विचार है तो वह डॉक्टर हेडगेवार जी का विचार है.भारत हिंदू राष्ट्र है इतनी प्रखरता से कहने वाले वह पहले व्यक्ति थे . हजार वर्ष की गुलामी इसलिए क्यों कि राष्ट्र दुर्बल था, राष्ट्र दुर्बल था इसलिए समाज दुर्बलता और समस्याग्रस्त रहा. समस्याओं से दूर जाने का उपाय शक्ति है. सबल बनना है, तो शक्ति चाहिए जोकि संगठन से हीी आती है,इसलिए हिंदू समाज का संगठन आवश्यक है. उक्त विचार मध्य क्षेत्र सह क्षेत्र कार्यवाह कार्यक्रम के मुख्य वक्ता हेमंत मुक्तिबोध ने व्यक्त किए.

प्रमुख वक्ता हेमंत मुक्तिबोध ने कहा, डॉक्टर हेडगेवार ने हिंदू समाज को सामाजिक अस्मिता दी और सामूहिकता से जीवन जीने का संस्कार दिया. जैसे हमारा संविधान कहता है, कि समता, स्वतंत्रता, बंधुता, सामाजिक न्याय अगर यह चाहिए तो समरसता की संकल्पना से यह साकार होगा और इसलिए ही संघ में व्यक्ति निर्माण की कार्य पद्धति है, तभी स्वयंसेवक के लिए विशेष प्रकार के वर्गों का आयोजन होता है. इन वर्गों से जो स्वयंसेवक निर्माण होता है वह समाज में भिन्न-भिन्न क्षेत्रों में जाकर समाज हित व राष्ट्रहित में कार्य करता है.

उन्होंने कहा, देश की सेवा, सुरक्षा के लिए संघ कार्य करता है . समाज परिवर्तन में संघ ने शताब्दी वर्ष के पंच परिवर्तन में कुटुंब प्रबोधन, सामाजिक समरसता, पर्यावरण, स्वदेशी एवं नागरिक कर्तव्य को हाथ में लिया है, इसके माध्यम से लोकशक्ति को जगाने का कार्य संघ कर रहा है, क्योंकि संघ का मानना है कि सामाजिक कर्तव्य भूलने से समाज का पतन होता है और समाज का पुरुषार्थ जगाने से समाज आगे बढ़ता है .

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि अंबाराम परमार (चंद्रवंशी) ग्राम भड़ला, वर्गाधिकारी धर्मेंद्र चौधरी (सेवा निवृत डीआईजी), वर्ग के माननीय सर्वाधिकारी प्रकाश पाटीदार (माननीय नागदा जिला संघ चालक) मंच पर उपस्थित रहे .

प्रकट कार्यक्रम में शिक्षार्थियों ने शारीरिक, बौद्धिक प्रदर्शन किया . वहीं बताया गया कि खाचरोद का यह वर्ग 17 मई दोपहर 11.30 बजे से प्रारंभ होकर 2 जून प्रातः 7 बजे तक चलेगा. इस वर्ग में प्रवेश हेतु 15 वर्ष से 40 वर्ष की आयु सीमा निर्धारित की गई . इस विद्यार्थी वर्ग में 28 जिलों के 194 स्थानों से 324 शिक्षार्थी सम्मिलित हुए. 10 वी में अध्ययन करने वाले 40 विद्यार्थी , 11 वी के 37, 12 वी के 78, तथा महाविद्यालय में अध्ययन करने वाले 170 शिक्षार्थी हैं . साथ ही इस सम्पूर्ण वर्ग अवधि में चलित दूरभाष प्रतिबंधित रहा और प्लास्टिक का उपयोग नहीं किया गया . वर्ग प्रशिक्षण की दृष्टि से प्रातः 04.10 बजे जागरण से रात्रि 10.15 बजे तक शारीरिक प्रशिक्षण, बौद्धिक प्रशिक्षण, तथा श्रमसाधना, के माध्यम से सेवा अनुभव का प्रशिक्षण दिया गया . इस वर्ग को सफल बनाने के लिए खाचरोद नगर की 5 बस्ती व 42 गांवों से कार्यकर्ताओं द्वारा 7185 परिवारों से 72580 रोटियां संग्रह करने का कार्य किया गया.

हिंदुस्थान समाचार/ रविन्द्र सिंह रघुवंशी

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फोटो दंड प्रकट करते हुए

/ Ravindra singh Raghuvanshi

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