भागलपुर, 14 जुलाई (Udaipur Kiran) । जिले के नाथनगर प्रखंड अंतर्गत उत्क्रमित मध्य विद्यालय, मथुरापुर में सोमवार को छठी कक्षा के एक छात्र ने खेल-खेल में टिफिन के दौरान अपने बैग में रखे आम पकाने वाले कार्बेट गैस में पानी मिला दिया और माचिस की तीली लगा दी।
इससे कार्बन में धमाके जैसी आवाज हुई और पास खड़ा पहली कक्षा का एक छात्र गंभीर रूप से झुलस गया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, विस्फोट के दौरान कार्बन की गर्मी और धुएं से बच्चे का चेहरा बुरी तरह झुलस गया। साथ ही दाहिनी आंख के पास गहरी चोट आई है। घटना के बाद मौजूद अन्य छात्रों ने झुलसे हुए छात्र को तुरंत स्कूल के प्रधानाध्यापक के पास पहुंचाया। लेकिन वहां से उसे किसी भी प्रकार की प्राथमिक चिकित्सा दिए बिना उसके घरवालों को सूचना दे दिया और उसे उसके मामा के साथ घर भेज दिया गया।
बच्चे के मामा ने बताया कि जब वे शिकायत लेकर प्रधानाध्यापक के पास पहुंचे, तो उन्होंने कहा, मैं इसका क्या करूं। आप इसे अपने घर ले जाइए न तो स्कूल की ओर से बच्चे के इलाज की व्यवस्था की गई और न ही घटना की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए कोई चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराई गई। इस लापरवाही को लेकर अभिभावकों और स्थानीय लोगों में आक्रोश है। लोगों का कहना है कि विद्यालय परिसर में बच्चों की सुरक्षा की कोई समुचित व्यवस्था नहीं है। साथ ही, ऐसी घटनाओं से यह स्पष्ट होता है कि शिक्षक और प्रशासन बच्चों की देखभाल और आपात स्थिति में उचित निर्णय लेने में असफल हो रहे हैं।
घटना की कोई आधिकारिक रिपोर्ट न तो शिक्षा विभाग को दी गई है, न ही प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भेजा गया घायल छात्र का इलाज परिजन निजी स्तर पर करवा रहे हैं। अभिभावकों और ग्रामीणों ने जिला शिक्षा पदाधिकारी एवं प्रशासन से मामले की जांच कर संबंधित प्रधानाध्यापक पर कार्रवाई की मांग की है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा न हों और बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। मामले को लेकर विद्यालय के प्रधानाध्यापक राधे दास ने बताया कि एक बच्चे के द्वारा ऐसी घटना की गई है। बच्चे की परिजन उसे इलाज के लिए लेकर गए। जिस बच्चे ने ऐसा किया है, उसका पता लगा रहे है।
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(Udaipur Kiran) / बिजय शंकर
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