जयपुर, 1 अगस्त (Udaipur Kiran) । विश्व स्तनपान सप्ताह के अवसर पर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा बाल मृत्युदर को कम करने, पोषण में सुधार व शिशु के विकास को बढाने तथा मां के दूध के महत्व के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से सात अगस्त तक स्तनपान सप्ताह मनाया जा रहा है। इस वर्ष के लिए निर्धारित थीम इन्वेस्ट इन ब्रेस्ट फीडिंग, इन्वेस्ट इन द फ्यूचर पर विभिन्न जागरुकता गतिविधियां आयोजित की जा रही हैं।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की प्रमुख शासन सचिव गायत्री राठौड़ ने बताया कि स्तनपान सप्ताह ( एक से 7 अगस्त) के दौरान आयोजित की जाने वाली गतिविधियों के सफल आयोजन के लिए प्रदेश के सभी प्रधानाचार्य एवं नियंत्रक राजकीय मेडिकल कॉलेज, जोन के संयुक्त निदेशक, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, प्रमुख चिकित्सा अधिकारियों एवं उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों को विस्तृत दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि जिला स्तर पर अति/उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को नोडल अधिकारी बनाया गया है। स्तनपान सप्ताह के दौरान की जाने वाली समस्त गतिविधियों की सफल क्रियान्वयन के लिए प्रत्येक स्तर पर मॉनिटरिंग सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए गए हैं।
निदेशक जन-स्वास्थ्य डॉ. रवि प्रकाश शर्मा ने बताया कि स्तनपान मां और शिशु दोनों के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। धात्री माताओं के लिए स्तनपान कराने हेतु सक्षम वातावरण को बढावा देने, बाल मृत्युदर को कम करने, पोषण में सुधार व शिशु के विकास को बढाने में स्तनपान की भूमिका पर जोर देने के लिए यह एक महत्वपूर्ण मंच है। इस दौरान सार्वजनिक एवं निजी दोनों संस्थानों के स्टेकहोल्डर्स के क्षमता वर्धन और भागीदारी सुनिश्चित करते हुए स्तनपान एवं नवजात शिशु एवं शिशु आहार को बढ़ावा देने के लिए आवश्यक प्रचार-प्रसार गतिविधियां आयोजित की जाएंगी।
निदेशक आरसीएच डॉ. मधु रतेश्वर ने बताया कि सामुदायिक स्तर पर कार्यरत आशा-एएनएम को घर-घर भ्रमण तथा आंगनबाडी स्तर पर आयोजित की जाने वाली बैठकों में स्तनपान को बढ़ावा देने के लिए आवश्यक परामर्श सत्र आयोजित करने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि विश्व स्तनपान सप्ताह के दौरान अस्पताल में कार्यरत स्वास्थ्य कार्मिकों को उनके द्वारा हर संभव स्तनपान को प्रोत्साहित करने एवं सहयोग करने तथा मुख्य रूप से प्रसव होने के एक घंटे के अंदर नवजात को स्तनपान कराने की शपथ भी दिलवायी जाएगी।
—————
(Udaipur Kiran)
You may also like
जिद्दी से जिद्दी हल्दी के दागˈ कितने भी गहरे क्यों न हो, इन 5 उपायों से मीट जाएगा नामोनिशान
झारखंड के शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन बाथरूम में फिसले, सिर में गंभीर चोट, दिल्ली मेदांता में इलाज जारी
भारत के इन रहस्यमयी शहरों मेंˈ आज भी होता है तंत्र-मंत्र और काला जादू, जानिए कौन-कौन सी जगहें हैं सबसे खतरनाक
मुस्लिम दूल्हों को ढूंढती, शादी करके सुहागरात मनाती, फिर करती ऐसा कांड… टीचर दुल्हनिया की गजब कहानी
दिल्ली स्टेशन भगदड़ में 18 की मौत, एक बैग से शुरू हुआ था हाहाकार: सरकार ने बताई असली वजह