यमुनानगर, 26 जून (Udaipur Kiran) । मानसिक रूप से परेशान युवक ने घर में छत से फांसी लेकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराने के बाद शव परिजन को सौंप दिया। पुलिस के अनुसार बीएनएस 194 के तहत कार्रवाई की गई। मृतक के पास से एक सुसाइड नोट भी मिला। जिसमें उसने किसी को भी अपनी आत्महत्या का दोषी नहीं ठहराया। मृतक की पहचान तेजपंत सिंह (31) निवासी प्रोफेसर कॉलोनी के रूप में हुई।
मृतक के पारिवारिक जानकार बलजीत सिंह व मंजीत सिंह ने बताया कि तेजपंत सिंह अपने व्यापार में कामयाब न होने के कारण नुकसान उठा चुका था। उसने पहले जालंधर में चप्पल जूतों की फैक्ट्री डाली और फिर यहां आकर दुकान भी खोली लेकिन उसका काम नहीं चला। जिसके कारण वह मानसिक रूप से परेशान था। उसकी मां बीमार है जिसका इलाज जालंधर में चल रहा है और वह छह महीने से कोमा में है।
तेजपंत जालंधर आता जाता था। वह कल रात को जालंधर से परिवार में बिना किसी को बताए यहां घर पर आ गया था। जालंधर में परिवार वालों ने इस ढूंढना शुरू किया और यमुनानगर में रिश्तेदारों व दोस्तों को फोन किए। तब रात को एक दोस्त ने घर आकर दरवाजा खटखटाया तो बाहर का दरवाजा नहीं खुला। वह जाली का दरवाजा तोड़कर अंदर गया तो देखा गुरुपंत का शव छत से लटका हुआ था। उसने बाहर आकर पड़ोसियों को सूचना दी और शव को नीचे उतारा गया।
रामपुरा पुलिस चौकी के प्रभारी सुनील कुमार ने बताया कि गुरुपंत व्यापार में कामयाब नहीं होने के कारण मानसिक रूप से परेशान था और उसने अपने सुसाइड नोट में भी लिखा है कि वह अपने माता पिता का कामयाब बेटा नहीं बन सका। इसके लिए किसी को भी दोषी नहीं ठहराया है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराने के बाद शव परिजन को सौप दिया।
(Udaipur Kiran) / अवतार सिंह चुग
You may also like
जम्मू-कश्मीर: उधमपुर में भीषण मुठभेड़, सेना का 'ऑपरेशन बिहाली' जारी, सुरक्षा बलों के निशाने पर चार आतंकी
श्रेयस तलपड़े को नहीं भाती कमर्शियल फिल्में, बताई वजह
PM Modi का मिला निमंत्रण तो चीन को लगी मिर्ची! शी जिनपिंग अब नहीं करेंगे ऐसा
'सन ऑफ सरदार-2' का टीजर रिलीज, 25 जुलाई को सिनेमाघरों में दस्तक देगी
पहलगाम आतंकी घटना के बाद अमरनाथ यात्रा के पंजीकरण में कमी आई : उपराज्यपाल