बरेली, 27 जून (Udaipur Kiran) । BSNL के नाम पर टावर लगवाने का झांसा देकर आम जनता को लाखों की चपत लगाने वाले फर्जी अधिकारियों के गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। बारादरी पुलिस और एसओजी की संयुक्त टीम ने कार्रवाई करते हुए छह शातिर ठगों को दबोच लिया, जबकि गिरोह का एक सदस्य मौके से फरार हो गया। गिरोह अब तक सैकड़ों लोगों से करोड़ों रुपये की ठगी कर चुका है।
पुलिस ने आरोपितों के कब्जे से लैपटॉप, टैबलेट, मोबाइल, स्कैनर, फर्जी दस्तावेज, कार और दो बाइक समेत भारी मात्रा में उपकरण बरामद किए हैं। आरोपी खुद को बीएसएनएल अधिकारी बताकर लोगों को झांसे में लेते और मकान या जमीन पर मोबाइल टावर लगवाने का लालच देकर ठगी करते थे।
एसओजी प्रभारी निरीक्षक सुनील कुमार शर्मा को इनपुट मिला कि कुछ लोग बरेली में फर्जी टावर स्कीम चला रहे हैं और जल्द ही सामान समेटकर फरार होने वाले हैं। सूचना मिलते ही एसएसपी अनुराग आर्य के निर्देश पर टीम गठित की गई। बीसलपुर चौराहे के पास जाल बिछाया गया और घेराबंदी कर छह आरोपितों को मौके से गिरफ्तार कर लिया गया, जबकि एक फरार हो गया।
सीओ तृतीय पंकज श्रीवास्तव ने आज दोपहर प्रेस वार्ता में खुलासा करते हुए बताया कि पकड़े गए आरोपित लम्बे समय से लोगों काे बीएसएनएल टावर लगाने के नाम पर ठग रहे थे। उन्होंने बताया कि गिरोह का संचालन पूरी तरह सुनियोजित तरीके से हो रहा था और अलग-अलग राज्यों में भी इनके शिकार मिले हैं। उन्होंने जनता से अपील की कि किसी भी स्कीम में निवेश से पहले उसकी पूरी जांच-पड़ताल जरूर कर लें।
–फुलप्रूफ प्लान, हाईटेक तरीके से करते थे ठगी
आरोपी राजेन्द्र नगर स्थित एक क्लिनिक की ऊपरी मंजिल पर किराए पर कमरा लेकर वहीं से पूरे नेटवर्क को संचालित कर रहे थे। अलग-अलग सिम कार्ड का इस्तेमाल कर लोगों को फर्जी टावर स्कीम भेजते थे। रजिस्ट्रेशन और सर्वे के नाम पर 1 से 1.5 लाख रुपये वसूलते थे। रकम मिलते ही फर्जी कागजात थमा कर सिम तोड़ देते और सम्पर्क तोड़ देते थे।
ये हुए गिरफ्तार
1. मोहम्मद इरफान (34), निवासी बीसलपुर, पीलीभीत
2. रजित उर्फ रजत (25), निवासी कटरा, शाहजहांपुर
3. वाजिद (26), निवासी मजगई, लखीमपुर खीरी
4. फईम (33), निवासी खुदागंज, शाहजहांपुर
5. आसिक अली (30), निवासी मजगई, लखीमपुर खीरी
6. साकिर अली (23), निवासी मजगई, लखीमपुर खीरी
फरार आरोपी की पहचान तहसीन, निवासी देवरास, शाहजहांपुर के रूप में हुई है। सभी के खिलाफ थाना बारादरी में मुकदमा दर्ज किया गया है।पूछताछ में आरोपितों ने चौंकाने वाला खुलासा किया। उन्होंने बताया बीएसएनएल अधिकारी बनकर लोगों को झांसा देना उनका पेशा बन गया था। ये टावर लगने पर हर महीने किराया मिलने का लालच देकर खेत और मकान का सर्वे करने पहुंचते थे, फिर ठगी की स्क्रिप्ट पर अमल करते थे। आरोपित बोले, “ठगी से ही घर चलता था।”
गिरफ्तारी में बारादरी इंस्पेक्टर क्राइम अरविंद कुमार, एसओजी प्रभारी सुनील शर्मा, सर्विलांस प्रभारी सत्येंद्र मोतला, उपनिरीक्षक सनी चौधरी, जावेद अख्तर, जगत सिंह, कांस्टेबल प्रदीप, रोहित, अवनीश, मनोज, आसिफ और प्रदीप मौर्य की टीम ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया। बरेली पुलिस ने लोगों से अपील की है कि ऐसे झांसे में न आएं और किसी भी स्कीम की पुष्टि संबंधित सरकारी विभाग से अवश्य करें।
(Udaipur Kiran) / देश दीपक गंगवार
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