वाशिंगटन, 21 मई . नासा ने हालिया सौर गतिविधियों के मद्देनजर एक गंभीर चेतावनी जारी की है. वैज्ञानिकों का कहना है कि पृथ्वी की ओर बढ़ रही प्रबल सौर लपटें (सोलर फ्लेयर्स) आने वाले दिनों में जीपीएस, रेडियो संचार और बिजली आपूर्ति जैसे महत्वपूर्ण ढांचे को बाधित कर सकती हैं. यह चेतावनी 2025 की अब तक की सबसे शक्तिशाली एक्स-2.7 श्रेणी की सौर लपटों के फटने के बाद दी गई है, जिसे नासा के सोलर डायनामिक्स ऑब्जर्वेटरी ने रिकॉर्ड किया है.
बताया गया कि यह तीव्र सौर लपट 14 मई को अपने चरम पर पहुंची थी, जिसके कारण यूरोप, एशिया और मध्य पूर्व में कुछ समय के लिए हाई-फ्रीक्वेंसी रेडियो संचार ठप हो गया था. अमेरिका की नेशनल ओशनिक एंड एटमॉस्फेरिक एडमिनिस्ट्रेशन (एनओएए) के अनुसार, कुछ क्षेत्रों में रेडियो सेवाएं 10 मिनट तक बाधित रही थी. आने वाले दिनों में भी इस समस्या फिर से आने की संभावना है.
क्यों बढ़ रहा है खतरा-
सूर्य वर्तमान में अपने 11 वर्षीय सौर चक्र के चरम की ओर बढ़ रहा है, जिससे विस्फोटक सनस्पॉट की संख्या में वृद्धि हो रही है. वैज्ञानिकों का मानना है कि आने वाले दिनों में और भी शक्तिशाली सौर तूफान धरती की ओर बढ़ सकते हैं, जिससे सैटेलाइट तकनीक, नेविगेशन सिस्टम, और बिजली ग्रिड पर असर पड़ सकता है.
सौर लपटें होती क्या हैं-
नासा के अनुसार, सौर लपट एक प्रकार का अचानक और तीव्र ऊर्जा विस्फोट होता है, जिसमें प्रभावशाली मात्रा में कण, ऊर्जा, चुंबकीय क्षेत्र और पदार्थ सौर मंडल में फैल जाते हैं. एक्स-2.7 श्रेणी की हालिया सौर लपट सबसे उच्च-शक्ति वाले विस्फोटों में से एक मानी जा रही है, जो पृथ्वी के ऊपरी वायुमंडल को सीधे प्रभावित कर सकती हैं.
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/ आकाश कुमार राय
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