बलरामपुर, 25 जुलाई (Udaipur Kiran) । बलरामपुर जिले के रामानुजगंज शहर में पेयजल संकट ने आम जनता की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। करीब 40 वर्ष पुराने पेयजल सेटअप पर निर्भर यह शहर आज भी मूलभूत सुविधाओं के लिए तरस रहा है। गर्मी में पानी की कमी और बरसात में मटमैला, गंदा पानी सप्लाई होने से स्थानीय लोग परेशान हैं। वर्तमान में वर्षा ऋतु के कारण कन्हर नदी में बाढ़ की स्थिति बनी हुई है, जिसके चलते नदी का पानी गंदा है। नगर पालिका द्वारा यही पानी बिना पर्याप्त शुद्धिकरण के सप्लाई किया जा रहा है, जिसे पीने को मजबूर लोग विभिन्न बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं।
शहर में नगर पालिका द्वारा लगभग 1 हजार से अधिक नल कनेक्शन दिए गए हैं, लेकिन पानी टंकी की अपर्याप्त क्षमता के कारण सभी घरों तक नियमित जलापूर्ति नहीं हो पाती। कई बार स्थिति ऐसी हो जाती है कि मोटर पंप खराब होने पर नगर पालिका टैंकरों के जरिए केवल कुछ वाडों तक ही पानी पहुंचा पाती है। इस समस्या का मूल कारण 40 वर्ष पुराना सेटअप है जो तब बनाया गया था जब शहर की जनसंख्या मात्र 500 थी। आज यहां की जनसंख्या बढ़कर 25,000 हो चुकी है, लेकिन जलापूर्ति व्यवस्था का विस्तार नहीं हुआ।
स्थानीय लोगों ने बताया कि, बरसात में गंदा पानी पीने को मजबूर होना पड़ता है, जिससे बच्चे और बुजुर्ग बीमार पड़ रहे हैं। अस्पतालों में भीड़ बढ़ गई है और जांच के लिए पैथोलॉजी में लंबी कतारें लग रही हैं। एक अन्य निवासी ने शिकायत की कि पानी की टंकी की क्षमता इतनी कम है कि कई बार सुबह-शाम की सप्लाई भी पूरी नहीं होती। नगर पालिका के पास न तो पर्याप्त संसाधन हैं और न ही आधुनिक तकनीक। पुराने सिस्टम में रिसाव और जंग की समस्या आम है, जिससे पानी की बबार्दी होती है। कुछ इलाकों में पाइपलाइन तो बिछाई गई है, लेकिन पानी का दबाव इतना कम होता है कि वह घरों तक नहीं पहुंचता। इसके अलावा, जल शुद्धिकरण संयंत्र की कमी के कारण नदी का गंदा पानी सीधे सप्लाई हो रहा है, जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। पिछले चार दशकों में न तो किसी जनप्रतिनिधि और न ही प्रशासन ने इस समस्या का स्थायी समाधान करने की दिशा में ठोस कदम उठाए। स्थानीय निवासियों का कहना है कि हर बार चुनावी वादों में पेयजल की समस्या का समाधान करने की बात होती है, लेकिन धरातल पर कोई बदलाव नहीं दिखता। नगर पालिका की लापरवाही और संसाधनों की कमी के चलते शहरवासी मूलभूत सुविधा से वंचित हैं।
विशेषज्ञों का मानना है कि, इस समस्या का समाधान आधुनिक जल शुद्धिकरण संयंत्र, नई पाइपलाइन, और पर्याप्त क्षमता वाली पानी टंकी के निर्माण से संभव है। इसके लिए प्रशासन को दीर्घकालिक योजना बनानी होगी। साथ ही, कन्हर नदी के पानी को शुद्ध करने के लिए उन्नत तकनीक का उपयोग करना होगा ताकि बरसात में भी स्वच्छ पानी की आपूर्ति सुनिश्चित हो सके।
पेयजल की इस समस्या पर जब नगरपालिका के सीएमओ से बात हुई तो उन्होने कहा कि, समस्या तो हो रही है और इसके समाधान के लिए मैने पीएचई से बात की है और जिला प्रशासन को भी अवगत कराया है।
(Udaipur Kiran) / विष्णु पांडेय
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