उदयपुर. बडगांव थाना पुलिस ने रकमपुरा बेडवास क्षेत्र में स्थित करोड़ों रुपये मूल्य की खातेदारी जमीन को फर्जी दस्तावेजों के जरिए हड़पने की साजिश का खुलासा करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इस संगठित ठगी में आरोपियों ने असली खातेदार महिला की पहचान का दुरुपयोग करते हुए एक अन्य महिला को उसका डमी बनाकर पेश किया और विक्रय पत्र संपादित करवा लिया. मामले में पांच अन्य आरोपी अभी फरार हैं, जिनकी तलाश की जा रही है.
पुलिस के अनुसार, दिनांक 22 अप्रैल को रकमपुरा बेडवास निवासी श्रीमती बदामीबाई पत्नी मोतीलाल सुथार ने रिपोर्ट दर्ज करवाई कि उसकी 10 बीघा खातेदारी भूमि को किसी अन्य महिला ने उसका नाम व पहचान उपयोग कर फर्जी रजिस्ट्री के माध्यम से अर्जुनसिंह पुत्र भोपालसिंह के नाम विक्रय कर दिया. इस रजिस्ट्री में गवाह के रूप में गजेन्द्र और हमेरसिंह के हस्ताक्षर हैं. शिकायत के आधार पर पुलिस ने IPC की संबंधित धाराओं में प्रकरण दर्ज कर अनुसंधान प्रारंभ किया.
जिला पुलिस अधीक्षक योगेश गोयल के निर्देशानुसार, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर उमेश ओझा और वृत नगर पश्चिम के पुलिस उप अधीक्षक कैलाशचंद्र बोरीवाल के सुपरविजन में बडगांव थानाधिकारी पूरण सिंह के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई. जांच के दौरान यह सामने आया कि फर्जी बदामीबाई बनकर विक्रय पत्र पर हस्ताक्षर करने वाली महिला सुरजबाई पत्नी स्वर्गीय बगदीराम, निवासी सवना, थाना कुराबड़ थी. उसे मौके से हिरासत में लिया गया और पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया गया.
उसके साथ तीन अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार किया गया, जिनमें शंकरलाल पुत्र स्व. देवीलाल, निवासी बैक गली, कानपुर, थाना प्रतापनगर, जो डमी खातेदार को लाने वाला है, कमलेशदास पुत्र मोहनदास, निवासी आजाद मोहल्ला, कुराबड़, जो गवाह हमेरसिंह को लाया, और रमेशगिरी पुत्र गणेशगिरी, निवासी अमरपुरा खालसा, थाना खेरोड़ा, जिसने खुद को बदामीबाई का रिश्तेदार बताकर साजिश में अहम भूमिका निभाई. इन आरोपियों ने पूछताछ में अपराध स्वीकार कर लिया और उन्हें विधिवत गिरफ्तार कर न्यायालय में प्रस्तुत किया गया.
मामले में अभी पांच आरोपी फरार हैं, जिनमें मुख्य साजिशकर्ता फतेहलाल पुत्र लीलाधर, निवासी बेदला, थाना सुखेर, शामिल है, जिसके विरुद्ध पूर्व में मारपीट, धोखाधड़ी और झूठा हलफनामा प्रस्तुत करने के प्रकरण दर्ज हैं. इसके अलावा कल्याणसिंह पुत्र वगतसिंह निवासी मजावड़ा, थाना डबोक, गजेन्द्र पुत्र दाडमचंद्र निवासी मगवास, थाना झाड़ोल, हमेरसिंह पुत्र फतेहसिंह निवासी कृष्णा कॉलोनी, सेक्टर 9, हिरणमगरी और विक्रय पत्र के क्रेता अर्जुनसिंह पुत्र भैरूसिंह, निवासी ढिकली, थाना प्रतापनगर की तलाश जारी है.
पुलिस को शक है कि इस organized fraud में और भी लोग शामिल हो सकते हैं. साइबर सेल की मदद से दस्तावेज और कॉल डिटेल्स की जांच की जा रही है. पुलिस की टीमों ने संभावित ठिकानों पर दबिश देना शुरू कर दिया है. इस कार्रवाई में थानाधिकारी पूरण सिंह के साथ स.उ.नि. रोशनसिंह, स.उ.नि. रणजीसिंह राठौड़, हेड कांस्टेबल राजेन्द्रसिंह, लक्ष्मणसिंह, कुलदीप सिंह (साइबर सेल), कांस्टेबल तपेन्द्र भादु, डालाराम और महिला कांस्टेबल चंदा डांगी शामिल रहे.
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