धर्मशाला, 16 अगस्त (Udaipur Kiran) । पौंग बांध से छोड़े गए पानी ने कांगड़ा जिला के नूरपुर उपमंडल के कुछेक क्षेत्रों में व्यास नदी के पानी ने तबाही मचाई है। व्यास नदी के जलस्तर में हुई बढ़ौतरी से मंड भोगरवां में शनिवार को व्यास नदी का जलस्तर बढ़ने से तीन मंजिला घर नदी में बह गया। नूरपुर उपमंडल में पौंग बांध से छोड़े गए पानी से मंड क्षेत्र में स्थिति गंभीर हो गई है। वहीं मंड भोग्रवां गांव में लोगों की कई एकड़ उपजाऊ जमीन जलमग्न हो गई है।
एक तीन मंजिला घर नदी में बहने की स्थिति में पहुंच गया। प्रशासन ने तत्काल कार्रवाई करते हुए भवन को खाली करवा लिया। ग्रामीणों ने इस तबाही का कारण अवैध खनन को बताया है। उनका कहना है कि खनन माफिया द्वारा नदी में कैरेट डालने से पानी का प्राकृतिक बहाव बदल गया है। इससे आसपास के क्षेत्रों को नुकसान पहुंच रहा है।
उधर अवैध खनन पर कार्रवाई की मांग स्थानीय निवासियों ने प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि अधिकारी केवल मौका मुआयना कर रहे हैं। अभी तक कोई तत्काल राहत नहीं मिली है। ग्रामीणों का आरोप है कि विभागीय अधिकारियों की मिलीभगत से अवैध खनन जारी है। इसकी कीमत वे अपने घर और जमीन खोकर चुका रहे हैं।
उधर प्रभावित लोगों ने प्रशासन से दो उन्हें तुरंत राहत सामग्री उपलब्ध करवाई जाने और अवैध खनन पर कड़ी कार्रवाई किए जाने की मांग की है।
गौरतलब है कि इन दिनों हो रही भारी बरसात के चलते व्यास नदी का जलस्तर बढ़ गया है। जलस्तर बढ़ने से पोंग डैम से आए दिन पानी छोड़ा जा रहा है जिसके चलते कांगड़ा जिला के निचले क्षेत्र में इस तरह का नुकसान हो रहा है।
(Udaipur Kiran) / सतेंद्र धलारिया
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