– इजराइल से 161 और ईरान के मशहद से 292 भारतीयों को सुरक्षित निकालकर दिल्ली लाया गया
नई दिल्ली, 24 जून (Udaipur Kiran) । पश्चिम एशिया के संघर्ष प्रभावित क्षेत्रों में बढ़ते तनाव के बीच भारतीय वायु सेना के सी-17 विमानों ने भारतीय नागरिकों और मित्र देशों के नागरिकों को निकालने के लिए जॉर्डन और मिस्र से मिशन शुरू किए हैं। ऑपरेशन सिंधु के तहत 161 भारतीयों को इजराइल से दिल्ली लाया गया। इजराइल और ईरान के बीच बढ़ते तनाव के बाद एक अन्य उड़ान के जरिए ईरान के मशहद से 292 भारतीयों को निकाला गया।
भारतीय वायु सेना ने एक बयान में कहा कि पश्चिम एशिया के संघर्ष प्रभावित क्षेत्रों से भारतीय नागरिकों और मित्र देशों के नागरिकों को वापस लाने के लिए निकासी अभियान शुरू किया गया है। यह अभियान जॉर्डन और मिस्र के ठिकानों से वायु सेना के सी-17 विमानों का उपयोग करके चलाया जा रहा है। ये ऑपरेशन क्षेत्र में बढ़ते तनाव के बाद किए जा रहे हैं, जिसके कारण कई देशों को अपने नागरिकों के लिए आपातकालीन निकासी की व्यवस्था करनी पड़ रही है। मानवीय और आपातकालीन मिशनों में अपनी भूमिका के तहत भारतीय वायुसेना को इन उड़ानों को अंजाम देने के लिए सक्रिय किया गया है।
वायु सेना ने यह भी कहा कि वह ऐसी परिस्थितियों में सहायता के लिए हमेशा तैयार है। भारतीय वायु सेना जरूरत के समय देश और दुनिया भर में सहायता प्रदान करने के लिए पहले उत्तरदाताओं के रूप में प्रतिबद्ध है। ऑपरेशन सिंधु के तहत इजराइल से निकाले गए कुल 161 भारतीय नागरिक मंगलवार सुबह दिल्ली पहुंच चुके हैं। उन्हें लेकर आईएएफ का सी-17 विमान जॉर्डन के अम्मान से उड़ान भरने के बाद आज सुबह 8:45 बजे दिल्ली में उतरा। सूचना एवं प्रसारण राज्य मंत्री डॉ. एल. मुरुगन और विदेश राज्यमंत्री पाबित्रा मार्गेरिटा ने हवाई अड्डे पर वापस लौटने वालों का स्वागत किया।
इजराइल से लोगों को निकालने का काम 23 जून को शुरू हुआ था। सरकार की इस पहल का उद्देश्य ईरान के साथ बढ़ते क्षेत्रीय तनाव के बीच इजराइल छोड़ने के इच्छुक भारतीय नागरिकों की सहायता करना है। निकाले गए लोगों को इजराइल के भीतर से जमीन के रास्ते निकालने के बाद विमान से भारत लाया जा रहा है। ऑपरेशन के तहत 292 भारतीय नागरिकों को ईरान से वापस लाया गया। वे मंगलवार को ही मशहद से एक विशेष उड़ान से नई दिल्ली पहुंचे। यह निकासी इजराइल और ईरान के बीच शत्रुता के बढ़ने के बाद की गई है, जब इजराइल ने ‘ऑपरेशन राइजिंग लॉयन’ के तहत ईरानी सैन्य और परमाणु स्थलों पर बड़े हवाई हमले किए थे। इसके बाद ईरान ने प्रमुख लक्ष्यों को निशाना बनाकर ड्रोन और मिसाइलों का इस्तेमाल किया।————
(Udaipur Kiran) / सुनीत निगम
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