कोलकाता, 26 जून (Udaipur Kiran) ।दक्षिण 24 परगना के नामखाना ब्लॉक में मनरेगा यानी 100 दिनों के काम में करोड़ों की धांधली का मामला सामने आया है। वर्ष 2021-22 की परियोजनाओं के तहत दो भवन और एक कंक्रीट सड़क के निर्माण पर 50 लाख रुपये से अधिक की राशि खर्च दिखाई गई है, लेकिन ज़मीनी हकीकत यह है कि न तो दोनों भवन मौजूद हैं और न ही सड़क की गुणवत्ता खर्च के अनुपात में है।
स्थानीय लोगों और विपक्ष ने आरोप लगाया है कि निर्माण कार्य में शामिल ठेकेदार और उसकी पत्नी स्वयं मनरेगा जॉबकार्ड धारक हैं और उनके नाम पर मजदूरी की राशि भी निकाली गई है। दो साल बीतने के बावजूद प्रशासन द्वारा किसी तरह की जांच नहीं किए जाने पर लोगों में रोष है।
केंद्रीय सरकार के पोर्टल पर उपलब्ध जानकारी के मुताबिक, नामखाना बीडीओ कार्यालय परिसर में महिला स्वयं सहायता समूहों के लिए एक भवन, खाद्यान्न भंडारण के लिए एक स्टोर हाउस और एक कंक्रीट सड़क के निर्माण पर 50 लाख रुपये से अधिक की राशि व्यय की गई है। लेकिन स्थानीय निवासी स्नेहाशिष गिरी का कहना है कि मौके पर इन परियोजनाओं का कोई अस्तित्व नहीं है। उन्होंने इस संबंध में दक्षिण 24 परगना के जिलाधिकारी को लिखित शिकायत भी दी है, लेकिन अभी तक कोई जांच शुरू नहीं हुई है।
भाजपा के मथुरापुर सांगठनिक जिला समिति के सदस्य शिवप्रसाद प्रामाणिक ने कहा, यही कारण था कि केंद्र सरकार ने 100 दिनों के काम की योजना में फंड देना बंद किया था। अब जब योजना फिर से शुरू हुई है, तो भ्रष्टाचार भी शुरू हो गया है। इसमें प्रशासन से लेकर सत्तारूढ़ दल के नेता तक शामिल हैं।
पूर्व पंचायत समिति अध्यक्ष कल्पना माली मंडल ने गुरुवार को दावा किया कि बीडीओ परिसर में इस तरह की कोई परियोजना उनके कार्यकाल में शुरू नहीं हुई थी। वहीं वर्तमान पंचायत समिति अध्यक्ष और तृणमूल नेता अभिषेक दास ने कहा, यह देखना होगा कि बीडीओ कार्यालय परिसर में ऐसा कोई काम हुआ है या नहीं। बंगाल में केंद्र सरकार की उपेक्षा के कारण काम बंद पड़ा है। हो सकता है यह भ्रष्टाचार गुजरात में हुआ हो!
ठेकेदार अशोक माली ने अपने ऊपर लगे आरोपों पर कहा कि मुझे जॉब कार्ड से संबंधित जानकारी नहीं है, लेकिन अब तक मुझे काम का भुगतान नहीं मिला है।
नामखाना के बीडीओ अमित साउ ने कहा कि अगर शिकायत मिली है तो निश्चित रूप से जांच होगी। यह तीन साल पुरानी घटना है, मामले की गंभीरता से जांच करनी होगी।
(Udaipur Kiran) / ओम पराशर
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