शिमला, 31 अगस्त (Udaipur Kiran) । उप-मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने प्रदेश में भारी बारिश के कारण प्रभावित क्षेत्रों की स्थिति पर गहरी चिंता व्यक्त की है। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को राहत एवं बहाली कार्य युद्ध स्तर पर करने के निर्देश दिए हैं। जल शक्ति विभाग को इस आपदा में लगभग 100 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। ज़िले की कुल 487 जल आपूर्ति योजनाएं प्रभावित हुई हैं, जिनमें से 394 योजनाओं को आंशिक रूप से बहाल कर दिया गया है। शेष योजनाओं को शीघ्र बहाल करने के लिए तत्परता से कार्य किया जा रहा है।
विशेषकर चंबा भरमौर क्षेत्र में स्थानीय स्रोतों से अस्थायी जल आपूर्ति व्यवस्था की जा रही है। विभागीय अनुमान के अनुसार इन योजनाओं को पूरी तरह बहाल करने में चार से पांच दिन और लग सकते हैं।
उपायुक्त चंबा मुकेश रेपसवाल ने बताया कि जलशक्ति विभाग, लोक निर्माण विभाग, राष्ट्रीय उच्च मार्ग तथा विद्युत बोर्ड के अधिकारी और कर्मचारी लगातार वर्षा के बावजूद सुविधाओं की शीघ्र बहाली के लिए पूर्ण समर्पण भाव के साथ मुरम्मत कार्य दिन-रात जारी रखे हुए हैं।
मुकेश रेपसवाल ने बताया कि लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने अथक परिश्रम करते हुए शनिवार रात लगभग 2 बजे तक कार्य जारी रखा। उनके कठिन प्रयासों से चंबा–लंगेरा–भदरवाह सड़क को यातायात के लिए बहाल कर दिया गया। इस दौरान लगभग 190 हल्के एवं भारी वाहनों की आवाजाही सुचारू कर लगभग 1850 के करीब श्रद्धालुओं को सुरक्षित निकाला गया है।
उन्होंने बताया कि शनिवार को विभाग द्वारा 30 सड़कों को यातायात के लिए बहाल किया गया। इसी तरह रविवार शाम तक लगभग 43 के करीब सड़कों के खुलने की संभावना है।
उपायुक्त ने जानकारी दी कि विभाग के लगभग 600 के करीब अधिकारी एवं कर्मचारी 100 जेसीबी मशीनें, पोकलेन तथा डोजर के साथ विभिन्न सड़क मार्गों की बहाली में जुटे हैं।
उन्होंने बताया कि गत दिनों हुई भारी बारिश के चलते जिला में लगभग 1100 के करीब बंद हुए विद्युत ट्रांसफार्मरों में से 838 को सुचारू किया जा चुका है। तथा रविवार शाम तक 120 अतिरिक्त विद्युत ट्रांसफार्मरों को सुचारू कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि विद्युत विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों के अथक प्रयासों के परिणाम स्वरूप जिला के अधिकांश क्षेत्रों में विद्युत आपूर्ति व्यवस्था सुचारू है।
उपायुक्त ने जानकारी दी कि भूस्खलन से क्षतिग्रस्त हुए विद्युत सबस्टेशन जंरगला के तहत आने सभी वाले गांवों को वैकल्पिक विद्युत आपूर्ति से जोड़ा गया है। उन्होंने बताया कि 133 केवी ट्रांसमिशन लाइन करियाँ-धरवाला रविवार देर साँय तक बहाल होने की भी संभावना है। जिला के विभिन्न हिस्सों में विद्युत बहाली से संबंधित कार्य में बोर्ड के लगभग 150 से अधिक अधिकारी व कर्मचारी तथा ठेकेदारों के कर्मचारी बाधित विद्युत आपूर्ति को सुचारू बनाने में योगदान दे रहे हैं।
एक सप्ताह से लगातार हो रही बारिश चलते चंबा जिला सबसे अधिक प्रभावित हुआ है। चंबा के भरमौर में मणीमहेश यात्रा में आए यात्री सबसे अधिक प्रभावित हुए हैं।
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(Udaipur Kiran) शुक्ला
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