धमतरी, 7 जुलाई (Udaipur Kiran) । वर्षा के मौसम में स्टेशन पारा के रहवासियों को रेलवे द्वारा नोटिस मिलने से वे चिंतित हो गए हैं। छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना के नेतृत्व में जबर भुइंया बचाव आंदोलन में पीड़ित परिवार बारिश में भी डटे हुए हैं।
धमतरी जिले के स्टेशनपारा क्षेत्र में रेलवे विभाग द्वारा जबरन मकान खाली कराने की कार्रवाई के विरोध में अब आंदोलन ने तीव्र रूप ले लिया है। छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना के नेतृत्व में शुरू हुए आंदोलन में सैकड़ों महिलाएं, बुजुर्ग और बच्चे सड़क पर उतरकर विरोध दर्ज करा रहे हैं। साेमवार काे बारिश के बीच भी प्रभावित परिवार अपने अधिकारों की रक्षा के लिए डटे हुए हैं। यह आंदोलन अब केवल ज़मीन की लड़ाई नहीं, बल्कि छत्तीसगढ़िया अस्मिता और संविधानिक अधिकारों की रक्षा का संघर्ष बन चुका है। उल्लेखनीय है कि स्टेशनपारा के कई परिवार 1984 से वैध पट्टा पर निवास कर रहे हैं। उन्हें इंदिरा आवास योजना, शौचालय और अन्य सरकारी योजनाओं का लाभ मिला। अब रेलवे विभाग ने बिना अधिग्रहण, मुआवज़ा या पुनर्वास के 15 दिन में मकान खाली करने का फरमान जारी किया है। छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना के निखिलेश देवान ने रेलवे की बेदखली कार्रवाई पर तत्काल रोक लगाने की मांग की है। साथ ही कहा कि प्रभावित परिवारों को मुआवज़ा, वैकल्पिक ज़मीन और निर्माण सहायता दी जाए।
(Udaipur Kiran) / रोशन सिन्हा
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