रायपुर, 7 जुलाई (Udaipur Kiran) । छत्तीसगढ़ के चर्चित 2161 करोड़ के शराब घोटाले में आर्थिक अपराध अन्वेषण शाखा (ईओडब्ल्यू) ने साेमवार को इस मामले में आरोपित बनाए गए 28 आबकारी अधिकारियों के खिलाफ करीब 2300 पन्नों का चालान विशेष आर्थिक अपराध न्यायालय (स्पेशल कोर्ट) में पेश किया है। छत्तीसगढ़ में पूर्ववर्ती सरकार के कार्यकाल में हुए इस शराब घोटाले का खुलासा ईडी और ईओडब्ल्यू की जांच में हुआ था।शनिवार को घोटाले से जुड़े प्रमुख 3 शराब निर्माता कंपनियों के मालिकों की याचिका पर भी सुनवाई की जाएगी।
आरोप पत्र में बताया गया है कि आबकारी विभाग में 2019 से 2023 तक भ्रष्टाचार हुआ। शुरुआत में हर महीने 800 पेटी शराब से भरी 200 ट्रक डिस्टलरी से निकलती थी। एक पेटी को 2840 रुपये में बेचा जाता था। उसके बाद हर माह 400 ट्रक शराब की सप्लाई शुरू हो गई। प्रति पेटी शराब 3880 रुपये में बेचा जाने लगा। ईओडब्ल्यू की प्रारंभिक जांच में खुलासा हुआ है कि तीन साल में 60 लाख से ज्यादा शराब की पेटियां अवैध रूप से बेची गई। इस दौरान डिस्टलरी से जिलों में पदस्थ आबकारी अधिकारियों की निगरानी में डुप्लीकेट होलोग्राम लगा अवैध शराब डिस्टलरी से निकलकर सीधे दुकान जाता था। तत्कालीन सहायक आयुक्त जनार्दन कौरव की निगरानी में डुप्लीकेट होलोग्राम प्रिंट होकर अमित सिंह, दीपक दुआरी और प्रकाश शर्मा के माध्यम से तीनों डिस्टलरी में जाती थी। वहां होलोग्राम लगाकर अवैध शराब सीधे दुकान पहुंचता था। डुप्लीकेट होलोग्राम लगी शराब की बिक्री से अरुणपति त्रिपाठी को 20 करोड़ का कमीशन मिला है।
बता दें कि, इससे पूर्व 30 जून को पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा के खिलाफ ईओडब्ल्यू ने विशेष कोर्ट में लगभग 1200 पन्नों का चौथा पूरक चालान पेश किया था, जिसमें लखमा की अहम भूमिका का उल्लेख किया गया है। ईओडब्ल्यू ने बताया कि पूर्व मंत्री कवासी लखमा को आबकारी घोटाले में उनके हिस्से का 64 करोड़ मिला है, जिसमें 18 करोड़ की अवैध धनराशि के निवेश और खर्च से जुड़े दस्तावेजी साक्ष्य भी मिले हैं।
जिन आबकारी अधिकारियों के खिलाफ चालान पेश किया गया है उनमें गरीबपाल दर्दी, नोहर सिंह ठाकुर, सोनल नेताम, अलेख राम सिदार, प्रकाश पाल, एके सिंग, आशीष कोसम, जेआर मण्डावी, राजेश जयसवाल, जीएस नुखटी, जेआर पैकरा, देवलाल वैद्य, एके अनंत, वेदराम लहरे, एलएल ध्रुव, जनार्दन कोरव, अनिमेष नेताम, विजय सेन, अरविंद कुमार पाटले, प्रमोद कुमार नेताम, राम कृष्णा मिश्रा, विकास कुमार गोस्वामी, इकबाल खान, नितिन खंडुजा, नवीन प्रताप भिंग, सौरभ बख्शी, दिनकर वासनिक, मोहित कुमार जयसवाल, नीलू नोतानी एवं मंजू कसेर शामिल हैं।
अब तक तीन पूरक अभियोग पत्रों सहित कुल चार अभियोग पत्र न्यायालय में प्रस्तुत किए जा चुके हैं। इसके अलावा मामले में 13 आरोपितों को गिरफ्तार किया जा चुका है। शराब घोटाले मामले में ईडी ने 15 जनवरी को कवासी लखमा को गिरफ्तार किया था। वे अभी तक जेल में ही न्यायिक हिरासत में हैं।
घोटाले में अनिल टुटेजा, अनवर ढेबर, एपी त्रिपाठी, कवासी लखमा, जनार्दन कौरव, अनिमेष नेताम, विजय सेन शर्मा सहित 40 से अधिक अफसर, कारोबारी और निजी कंपनियां आरोपित हैं।
———————-
(Udaipur Kiran) / केशव केदारनाथ शर्मा
You may also like
विंबलडन डबल्स चैंपियन हेनरी पैटन पर 9,200 पाउंड का जुर्माना, कथित अभद्रता को लेकर अपील की तैयारी
आटो चालक को गोली मारकर फरार हुए बदमाश
माफिया अतीक के साढ़ू समेत कई अन्य के खिलाफ एक दिन में दर्ज हुए पांच मुकदमे
मप्र हाईकोर्ट का बड़ा निर्णय, अब सड़कों और चौराहों पर नहीं लगेंगी नई प्रतिमाएं
इंदौर में स्टांप ड्यूटी घोटाला: अधिकारी और कारोबारियों पर केस दर्ज