जयपुर। यूथ कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष एवं विधायक अभिमन्यु पूनिया और एवं राजस्थान विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष निर्मल चौधरी को परीक्षा देते समय जयपुर पुलिस द्वारा हिरासत में लेने को लेकर कांग्रेस दिगगज नेताओं ने अपनी प्रतिक्रियाएं दी है। पुलिस ने अभिमन्यु पूनिया को तो छोड़ दिया है।
इस पर राजस्थान के पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने एक्स के माध्यम से कहा कि विधायक और राजस्थान यूथ कांग्रेस अध्यक्ष अभिमन्यु पूनिया एवं राजस्थान विश्वविद्यालय के निवर्तमान अध्यक्ष निर्मल चौधरी को परीक्षा केंद्र से जबरन हिरासत में लेने की मैं कड़े शब्दों में आलोचना करता हूं। भाजपा अलोकतांत्रिक तरीके से युवाओं और छात्रों की आवाज को दबाना चाहती है, वह अस्वीकार्य है।
इस संबंध में नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा कि संगरिया विधायक अभिमन्यु पूनिया एवं राजस्थान विश्वविद्यालय के निवर्तमान अध्यक्ष निर्मल चौधरी को राजस्थान पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया जाना न केवल अन्यायपूर्ण है, बल्कि यह जनता द्वारा चुने गए विधायक के संवैधानिक अधिकारों और लोकतांत्रिक मर्यादाओं का घोर उल्लंघन है।
लोकतंत्र में हर व्यक्ति को, विशेष रूप से निर्वाचित जनप्रतिनिधियों को न्याय के लिए आवाज उठाने, धरना देने और जनहित में आंदोलन करने का संवैधानिक अधिकार है। माननीय मुख्यमंत्री जी, यह लोकतंत्र नहीं, यह तानाशाही है। यह देश संविधान से चलता है, किसी व्यक्ति या सरकार की मर्जी से नहीं। एक विधायक को ही जनता की न्याय की लड़ाई लडऩे के जुर्म में गिरफ्तार कर लिया गया, क्या यह न्यायोचित है?
PC:indianexpress.
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