वाशिंगटन। अमेरिका में Shutdown (कामबंदी) की स्थिति उत्पन्न हो गई। सरकार को फंड देने वाला फंडिंग बिल पास नहीं हो पाया, जिससे सरकारी कामकाज प्रभावित हुआ है, कई कर्मचारियों को बिना वेतन के काम करना पड़ रहा है या उन्हें छुट्टी पर भेजा जा सकता है। बता दें अमेरिका में इससे पहले 2018 और 2013 में शटडाउन हुआ था। 2018 में शटडाउन 35 दिनों तक चला था, जिससे अमेरिका की अर्थव्यवस्था को लगभग 3 अरब डॉलर का नुकसान हुआ था।
सीनेट में फंडिंग बिल पास कराने की कोशिश
अमेरिका में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की सरकार ने सीनेट में फंडिंग बिल पास कराने की कोशिश की, लेकिन उन्हें पर्याप्त समर्थन नहीं मिला। बिल को पास होने के लिए 60 वोटों की आवश्यकता थी, लेकिन केवल 55 वोट ही मिले। इसके परिणामस्वरूप, सरकार के पास अपने खर्च चलाने के लिए पर्याप्त धन नहीं बचा और शटडाउन लागू हो गया।
20 लाख सरकारी कर्मचारियों की सैलरी प्रभावित
शटडाउन के कारण अमेरिका में लगभग 20 लाख सरकारी कर्मचारियों की सैलरी प्रभावित हो सकती है। इनमें से कई कर्मचारियों को बिना वेतन के छुट्टी पर भेजा जा सकता है, जबकि अन्य को बिना वेतन के काम करना पड़ सकता है। इसके अलावा, शटडाउन के कारण सरकारी सेवाएं भी प्रभावित होंगी।
यह पड़ेगा असर, आवश्यक सेवाएं रहेंगी जारी
आवश्यक सेवाएं: मेडिकल सेवाएं, कानून-व्यवस्था, सीमा सुरक्षा जैसी आवश्यक सेवाएं जारी रहेंगी।
गैर-आवश्यक सेवाएं: शिक्षा, पर्यावरण और अन्य गैर-आवश्यक सेवाएं प्रभावित होंगी या बंद हो जाएंगी।
वित्तीय बाजार: शटडाउन के कारण वित्तीय बाजारों पर भी असर पड़ सकता है, जिससे निवेशकों को नुकसान हो सकता है।
You may also like
Rani Mukerji: जाने क्यों रानी मुखर्जी ने 10 साल बाद भी अपनी बेटी का नहीं दिखाया चेहरा, बताया ये कारण
बिहार चुनाव सह-प्रभारी बनने के बाद पहली बार पटना पहुंचे केशव प्रसाद मौर्य, ओवैसी और कांग्रेस पर साधा निशाना
IND vs WI: केएल राहुल ने लगाया टेस्ट कॅरियर का 11वां शतक, भारत ने गंवाए चार विकेट
UCEED 2026: IIT बॉम्बे ने शुरू की ऑनलाइन पंजीकरण प्रक्रिया
मैनचेस्टर के हीटन पार्क सिनागॉग पर आतंकी हमला, भारत ने की कडी निंदा