नई दिल्ली – भारत की सैन्य ताकत पाकिस्तान पर भारी पड़ रही है... पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकी हमले के बाद, भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव में काफी वृद्धि हुई है। भारत ने 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पाकिस्तान और पीओके में 9 आतंकी ठिकानों पर हवाई हमले किए, जिसमें किसी भी नागरिक या सैन्य ठिकाने को निशाना नहीं बनाया गया। इसके जवाब में, पाकिस्तान लगातार भारत के सैन्य और नागरिक ठिकानों पर हमले कर रहा है। दोनों परमाणु संपन्न देशों के बीच तनाव पर वैश्विक चिंताएं भी बढ़ गई हैं।
पाकिस्तान ने कई बार भारत के खिलाफ परमाणु बम का उपयोग करने की धमकी दी है। वर्तमान स्थिति में, पाकिस्तान ड्रोन, मिसाइलों और हवाई हमलों के माध्यम से भारत पर लगातार हमले कर रहा है, साथ ही सीमापार से बिना उकसावे के गोलाबारी भी कर रहा है। भारतीय सेना प्रभावी जवाबी कार्रवाई कर रही है और पाकिस्तान को कड़ा जवाब दिया जा रहा है।
शनिवार को भी पाकिस्तान ने भारत के विभिन्न क्षेत्रों में हमले किए। भारत की पश्चिमी सीमा और एलओसी पर पाकिस्तान के आक्रामक रवैये के जवाब में, भारतीय सेना ने पाकिस्तान के कई महत्वपूर्ण सैन्य ठिकानों पर जोरदार हमला किया। निशाने में पाक सेना के तकनीकी केंद्र, कमांड सेंटर, रडार और गोला-बारूद के बड़े भंडार शामिल थे।
इस बीच, अमेरिका ने दोनों देशों से बातचीत शुरू करने और तनाव को कम करने की अपील की है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने शनिवार को नेशनल कमांड अथॉरिटी की बैठक बुलाने की योजना बनाई थी, जो नागरिक और सैन्य अधिकारियों की सबसे बड़ी संस्था है। हालांकि, पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ने बाद में स्पष्ट किया कि ऐसी कोई बैठक नहीं हो रही है।
भारत और पाकिस्तान दुनिया के सबसे घनी आबादी वाले क्षेत्रों में से हैं। यहां परमाणु बम का उपयोग जानमाल की अपार तबाही मचा सकता है। कई आशंकाओं के बीच, यह माना जा रहा है कि दोनों देश परमाणु बम के उपयोग से बचना चाहेंगे।
सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तानी विदेश मंत्री मोहम्मद इशाक डार ने कहा है कि यदि भारत हमले बंद करता है, तो पाकिस्तान भी हमले बंद करने पर विचार करेगा। हालांकि, पाकिस्तान भारत की तरह पहले परमाणु बम का उपयोग नहीं करने की प्रतिबद्धता में नहीं बंधा है। दूसरी ओर, भारत का स्पष्ट रुख है कि यदि पाकिस्तान ऐसा कोई दुस्साहस करता है, तो उसे कड़ा सबक सिखाया जाएगा। भारत और पाकिस्तान की सैन्य शक्ति के बीच हमेशा चर्चा होती रही है।
इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट फॉर स्ट्रैटेजिक स्टडीज की रिपोर्ट के अनुसार, भारत के पास 14.8 लाख सक्रिय सैन्य कर्मी हैं, जबकि पाकिस्तान के पास 6.6 लाख। भारत की सेना में 12,37,000 सैनिक, 1,49,900 वायु सेना कर्मी, 75,500 नौसेना कर्मी और 13,350 तटरक्षक बल शामिल हैं। वहीं, पाकिस्तान की सेना में 5,60,000 सैनिक, 70,000 वायु सेना कर्मी और 30,000 नौसेना कर्मी हैं। यह स्पष्ट है कि भारत के पास सक्रिय सैन्य बलों की संख्या पाकिस्तान से दोगुनी से अधिक है।
जमीनी ताकत में भी भारत का दबदबा है। भारत के पास 9,743 तोपखाने और 3,740 मुख्य युद्धक टैंक हैं, जबकि पाकिस्तान के पास 4,619 तोपखाने और 2,537 टैंक हैं। यह अंतर भारत की जमीनी ताकत को और मजबूत करता है। वायु सेना में भारत के पास 730 लड़ाकू विमान हैं, जबकि पाकिस्तान के पास 452 विमान हैं। यह अंतर भारत को हवाई युद्ध में बढ़त देता है। हालांकि, परमाणु शक्ति के मामले में दोनों देश लगभग बराबर हैं, भारत के पास 172 और पाकिस्तान के पास 170 परमाणु हथियार हैं।
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