News India Live, Digital Desk: Rajasthan Housing Board : जयपुर में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) की एक सामान्य सी दिखने वाली कार्रवाई ने एक ऐसे बड़े 'खज़ाने' का पर्दाफाश कर दिया है, जिसे देखकर खुद ACB के अधिकारियों के भी होश उड़ गए. ACB की टीम ने राजस्थान आवासन मंडल (Rajasthan Housing Board) के एक अधिशासी अभियंता (Executive Engineer), नेमीचंद शर्मा, को एक ठेकेदार से 25,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा था.टीम को लगा था कि यह भी एक रूटीन केस है. लेकिन असली कहानी तो तब शुरू हुई, जब ACB की टीम इंजीनियर साहब के घर और बैंक लॉकर की तलाशी लेने पहुंची.घर नहीं, 'सोने की खदान' थी!जैसे ही ACB ने नेमीचंद शर्मा के ठिकानों की तलाशी शुरू की, तो नोटों की गड्डियों और प्रॉपर्टी के कागज़ात के साथ-साथ कुछ ऐसा मिला, जिसकी किसी ने कल्पना भी नहीं की थी. घर और लॉकर से छोटा-मोटा नहीं, बल्कि पूरा 2 किलो 31 ग्राम सोना (2.31 KG Gold) बरामद हुआ! आज के बाज़ार भाव से इस सोने की क़ीमत डेढ़ करोड़ रुपये से भी ज़्यादा है.सोचिए, एक सरकारी इंजीनियर, जिसकी तनख्वाह लाखों में होगी, उसके घर पर करोड़ों का सोना पड़ा था.यही नहीं, इसके अलावा भी बहुत कुछ मिला:72 लाख रुपये का सोना तो सिर्फ एक बैंक लॉकर से ही मिला.प्रॉपर्टी के दस्तावेज़: जयपुर और आसपास के इलाकों में कई प्लॉट, फ्लैट और दुकानों के कागज़ात भी मिले.बैंक खाते: कई बैंक खातों का भी पता चला है, जिन्हें अब खंगाला जा रहा है.ACB के अधिकारी भी यह देखकर हैरान हैं कि महज़ 25 हज़ार रुपये की रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया यह इंजीनियर करोड़ों की काली कमाई का मालिक निकलेगा.कैसे फंसा ACB के जाल में?यह पूरा मामला एक ठेकेदार की शिकायत से शुरू हुआ. ठेकेदार ने अपना काम पूरा कर लिया था और उसे इसके बदले विभाग से 2.20 लाख रुपये का भुगतान लेना था. लेकिन इंजीनियर नेमीचंद शर्मा इस भुगतान को पास करने और काम का कंप्लीशन सर्टिफिकेट देने के बदले 1.10 लाख रुपये की रिश्वत मांग रहा था.परेशान होकर ठेकेदार ने ACB में शिकायत कर दी. इसके बाद ACB ने जाल बिछाया और ठेकेदार को 25,000 रुपये की पहली किश्त लेकर नेमीचंद के पास भेजा. जैसे ही इंजीनियर ने पैसे हाथ में लिए, ACB की टीम ने उसे दबोच लिया.यह मामला एक बार फिर यह बताता है कि भ्रष्टाचार की जड़ें कितनी गहरी हैं, जहां एक छोटी सी रिश्वत की शिकायत के पीछे करोड़ों की काली कमाई का साम्राज्य छिपा होता है. ACB अब इस बात की जांच कर रही है कि एक सरकारी नौकर ने इतनी बड़ी संपत्ति कहां से और कैसे बनाई.
You may also like
जबरदस्ती बुलाए गए लोग, फिर भी खाली रही कुर्सियां : टीकाराम जूली
कलेक्टर के दरवाजे पर भीख मांगते लोग,जिनके नाम पर जला दीये 31 हजार दीप
अलग-अलग घटनाओं में दाे युवकाें ने की आत्महत्या
'अगर मैं वनडे में अच्छा करता, तो आज वनडे का कैप्टन भी मैं होता'
पश्चिम बंगाल : मालदा रेलवे मंडल में सुरक्षा का व्यापक इंतजाम, भीड़ प्रबंधन पर विशेष ध्यान