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नाले में डूबकर पेंटर की मौत मामले में साथी पर FIR से भाजपा पार्षद नाराज, लखनऊ नगर निगम ऑफिस पर धरना

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लखनऊ: पिछले दिनों लखनऊ के ठाकुरगंज में सफाई के बाद खुले छोड़े गए नाले में बारिश के दौरान गिरकर बहे सुरेश लोधी की मौत हो गई थी। इस मामले में पीड़ित परिवार की तरफ से स्थानीय पार्षद पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए केस दर्ज करवाया गया था। इसके बाद साथी पर दर्ज हुए केस के विरोध में सोमवार को भाजपा पार्षदों ने एकजुट होकर नगर निगम मुख्यालय में नगर आयुक्त कक्ष के बाहर धरना दिया।



इस दौरान नारेबाजी के बीच उत्पीड़न और अपमानित किए जाने का आरोप लगाया। पार्षदों ने कहा कि विकास कार्यों में नगर निगम के अधिकारी लापरवाही बरत रहे हैं और केस पार्षद के खिलाफ दर्ज हो रहा है। इस दौरान नगर निगम अधिकारियों के बुलाने पर पहुंची पुलिस से पार्षदों की कहासुनी भी हुई। गहमागहमी इतनी ज्यादा हो गई कि पार्षदों ने सामूहिक गिरफ्तारी तक की बात कह दी।



नगर निगम मुख्यालय में धरने पर बैठे पार्षद नगर आयुक्त गौरव कुमार को बुलाने की मांग कर रहे थे। हंगामे की सूचना पर मेयर सुषमा खर्कवाल भी पहुंच गईं और पार्षदों के सामने ही पुलिस अधिकारियों को फोन करके बुलाया। पुलिस अधिकारियों के पहुंचने पर मेयर ने जनप्रतिनिधि पर केस दर्ज करने का विरोध जताते हुए कहा कि ऐसे तो मेयर और विधायकों के खिलाफ भी केस दर्ज कर लेंगे। बिना किसी जांच के दर्ज एफआईआर निरस्त करने और एसएचओ के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही।



इसके बाद पार्षदों ने धरना खत्म किया और वार्ता शुरू हुई। हालांकि काफी देर चली बातचीत के बावजूद कोई सहमति नहीं बन सकी। वहीं, पार्षदों ने बैठक के दौरान मेयर को सभी 110 वॉर्डों की समस्याओं से संबंधित ज्ञापन भी सौंपा। इसमें खुले नाले और मैनहोल, जर्जर एवं गड्ढायुक्त सड़कें सही कराने की मांग उठाई गई।



महापौर ने मामले को गंभीरता से लेते हुए अधिकारियों को एक सप्ताह में सुधार के निर्देश दिए। इस मौके पर पार्षद कौशल पाण्डेय, पार्षद अरुण राय, पार्षद राजेश सिंह गब्बर, पार्षद अरुण तिवारी, पार्षद पृथ्वी गुप्ता, पार्षद शैलेंद्र वर्मा, पार्षद हरीश अवस्थी, पार्षद सौरभ सिंह मोनू, पार्षद प्रतिनिधि शिवापाल सांवरिया, पार्षद प्रतिनिधि संतोष राय, पार्षद प्रतिनिधि पंकज पटेल मौजूद रहे।



उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक से मिले पार्षद

नगर निगम मुख्यालय में धरना देने से पहले भाजपा पार्षदों का दल उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक से मिला। इस दौरान बिना गलती पार्षद के खिलाफ एफआईआर कराने की जानकारी दी। पूरा मामला जानने के बाद उपमुख्यमंत्री ने अपर मुख्य सचिव गृह संजय प्रसाद और पुलिस कमिश्नर अमरेंद्र सेंगर को फोन करके तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए।



गिरफ्तारी की धमकी पर हंगामा

नगर निगम मुख्यालय पर धरना दे रहे पार्षदों को हटाने के लिए अपर नगर आयुक्त नम्रता सिंह ने हजरतगंज पुलिस बुला ली थी। इसे लेकर पार्षदों के नाराजगी जताने पर कहासुनी होने लगी। बात बढ़ने पर पुलिस ने पार्षद सीबी सिंह को गिरफ्तार करने की धमकी दे दी। इससे मौके पर मौजूद सभी पार्षद भड़क उठे और पुलिस के साथ ही अपर नगर आयुक्त के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी।



पूर्व नगर आयुक्त को वापस लाने की मांग

धरने पर बैठे पार्षदों ने मौजूदा नगर आयुक्त गौरव कुमार को हटाने की मांग भी उठाई। पार्षदों का कहना था कि पूर्व नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह नगर निगम को बेहतर तरीके से चला रहे थे। मौजूदा नगर आयुक्त समस्या सुनना तो दूर किसी से मिलते तक नहीं हैं। ऐसे में उनका नगर आयुक्त के पद पर बने रहना जनता के हित के लिए ठीक नहीं है।



स्थानीय नेता माहौल को कर रहा खराब

पार्षद सीबी सिंह ने मेयर को बताया कि वॉर्ड का पूर्व पार्षद स्थानीय लोगों को बरगला रहा है। बताया कि पहले सपा में रह चुके पार्षद ने ही घटना के दिन लोगों को भड़का कर सड़क जाम करवाई थी। इससे सर्च ऑपरेशन में भी दिक्कत आई। बताया कि उसके खिलाफ हत्या और अपहरण जैसे गंभीर केस तक दर्ज हैं।



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