सुनील मिश्रा, बदायूं: उत्तर प्रदेश के बदायूं से सनसनीखेज वारदात सामने आई है। यहां मस्जिद से नमाज पढ़कर वापस लौट रहे युवक को आरोपियों ने जिंदा जलाने की कोशिश की। युवक आग से लगभग 50 प्रतिशत से ज्यादा झुलस गया है। मामले की जानकारी होने पर हड़कंप मच गया। मौके पर पहुंची पुलिस ने युवक को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया, जहां से गंभीर हालत देखते हुए उसे हायर सेंटर रेफर किया गया है। वहीं, परिवार में कोहराम मच गया है।
दरअसल, सनसनीखेज वारदात थाना इस्लामनगर थाना क्षेत्र के मोहल्ला मुस्तफाबाद नई बस्ती से सामने आई है। यहां के रहने वाला महबूब (20) पुत्र सत्तार शुक्रवार को सहसवान रोड पर स्थित मस्जिद में नमाज पढ़कर लौट रहा था, इसी बीच नमाज पढ़ने के दौरान उसकी तीन आरोपियों से किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई, लेकिन उस बीच वहां मौजूद लोगों ने दोनों पक्षों का बीच-बचाव कर दिया। और मामला शांत करा दिया। इसके बाद महबूब अपने घर लौटने लगा, लेकिन वो कुछ दूरी पर पहुंचा, तभी तीनों आरोपियों ने उसे पकड़ लिया।
आरोप है कि महबूब को रस्सियों से बिजली के खंभे से बांधकर पहले जमकर पीटा गया। इसके बाद पेट्रोल डालकर जिंदा आग लगा दी गई। आग से रस्सियां जल गईं, इससे वो बंधनमुक्त हो गया और चीख-पुकार करते घर पहुंच गया। हालांकि, तब तक वह 50 फीसदी जल चुका था।
मामले की जानकारी होने पर इलाके में हड़कंप मच गया। सूचना के बाद पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। आनन-फानन में आग से गंभीर रूप से झुलसे महबूब को नजदीकी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर इलाज के लिए ले जाया गया। जहां हालत गंभीर देखते हुए डॉक्टरों ने उसे हायर सेंटर रेफर कर दिया है।
परिजनों ने बताया कि गुरुवार को तीन लड़कों से महबूब का किसी बात को लेकर विवाद हुआ था। इन्हीं आरोपियों ने उसको खंभे से बांधकर जिंदा जलाकर मार डालने की कोशिश की है। महबूब उनकी शिनाख्त कर सकता है, लेकिन अभी उसकी आंखों पर पट्टी बंधी हुई। पूरा शरीर झुलसा हुआ है, इसलिए पहचान नहीं कराई जा सकी है।
बदायूं एसपी देहात डॉ. हृदेश कठेरिया ने बताया कि डायल-112 पुलिस को युवक पर पेट्रोल डालकर जिंदा जलाने की कोशिश की सूचना मिली थी। बीते दिन हुए विवाद की कोई शिकायत पुलिस से नहीं की गई थी। अभी युवक अस्पताल में भर्ती है। जहां उसका इलाज जारी है। पुलिस मामले की गहनता से जांच कर रही है। जांच के आधार पर जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसके बाद सख्त कार्रवाई की जाएगी।
दरअसल, सनसनीखेज वारदात थाना इस्लामनगर थाना क्षेत्र के मोहल्ला मुस्तफाबाद नई बस्ती से सामने आई है। यहां के रहने वाला महबूब (20) पुत्र सत्तार शुक्रवार को सहसवान रोड पर स्थित मस्जिद में नमाज पढ़कर लौट रहा था, इसी बीच नमाज पढ़ने के दौरान उसकी तीन आरोपियों से किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई, लेकिन उस बीच वहां मौजूद लोगों ने दोनों पक्षों का बीच-बचाव कर दिया। और मामला शांत करा दिया। इसके बाद महबूब अपने घर लौटने लगा, लेकिन वो कुछ दूरी पर पहुंचा, तभी तीनों आरोपियों ने उसे पकड़ लिया।
आरोप है कि महबूब को रस्सियों से बिजली के खंभे से बांधकर पहले जमकर पीटा गया। इसके बाद पेट्रोल डालकर जिंदा आग लगा दी गई। आग से रस्सियां जल गईं, इससे वो बंधनमुक्त हो गया और चीख-पुकार करते घर पहुंच गया। हालांकि, तब तक वह 50 फीसदी जल चुका था।
मामले की जानकारी होने पर इलाके में हड़कंप मच गया। सूचना के बाद पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। आनन-फानन में आग से गंभीर रूप से झुलसे महबूब को नजदीकी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर इलाज के लिए ले जाया गया। जहां हालत गंभीर देखते हुए डॉक्टरों ने उसे हायर सेंटर रेफर कर दिया है।
परिजनों ने बताया कि गुरुवार को तीन लड़कों से महबूब का किसी बात को लेकर विवाद हुआ था। इन्हीं आरोपियों ने उसको खंभे से बांधकर जिंदा जलाकर मार डालने की कोशिश की है। महबूब उनकी शिनाख्त कर सकता है, लेकिन अभी उसकी आंखों पर पट्टी बंधी हुई। पूरा शरीर झुलसा हुआ है, इसलिए पहचान नहीं कराई जा सकी है।
बदायूं एसपी देहात डॉ. हृदेश कठेरिया ने बताया कि डायल-112 पुलिस को युवक पर पेट्रोल डालकर जिंदा जलाने की कोशिश की सूचना मिली थी। बीते दिन हुए विवाद की कोई शिकायत पुलिस से नहीं की गई थी। अभी युवक अस्पताल में भर्ती है। जहां उसका इलाज जारी है। पुलिस मामले की गहनता से जांच कर रही है। जांच के आधार पर जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसके बाद सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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