नई दिल्ली/इंफाल: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 13 सितंबर को संभावित मणिपुर दौरे के बीच राज्य में सुरक्षा इंतजाम तेज हो गए हैं। सूत्रों के अनुसार, पीएम मिजोरम की राजधानी आइजोल में बहरबी-सैरंग रेल लाइन का उद्घाटन करने के बाद इंफाल पहुंच सकते हैं। मई 2023 में मणिपुर हिंसा के बाद यह उनका पहला दौरा होगा। सूत्रों के अनुसार, संभावित कार्यक्रम के तहत पीएम इंफाल में कंगला किला जाएंगे और लगभग 15 हजार लोगों की सभा को संबोधित कर सकते हैं। इसके बाद चुराचांदपुर में भी करीब 10 हजार लोगों की सभा की तैयारी है।
NH-2 को खोलने का फैसला
इंफाल से चुराचांदपुर करीब 60 किलोमीटर दूर है, जहां उनके हेलिकॉप्टर से जाने की संभावना जताई जा रही है। हालांकि, आधिकारिक पुष्टि अभी नहीं हुई है। इस बीच, गृह मंत्रालय ने कुकी-जो काउंसिल (KZC), कुकी नैशनल ऑर्गेनाइजेशन (KNO) और यूनाइटेड पीपल्स फ्रंट (UPF) के साथ दिल्ली में त्रिपक्षीय बैठक कर NH-2 को खोलने का फैसला किया है। असम के डिब्रूगढ़ से मिजोरम के तुइपांग तक जाने वाला यह हाइवे मणिपुर की जीवनरेखा माना जाता है क्योंकि इसी मार्ग से दूसरे राज्य और जिलों में आना-जाना होता है। मई 2023 की हिंसा के बाद से यहां मुक्त आवाजाही प्रभावित थी।
एनएच-2 खुलने से लोगों और ट्रांसपोर्ट को बड़ी राहत मिलेगी
मामले में कुकी-जो काउंसिल का कहना है कि उनकी तरफ से हाइवे को बंद नहीं किया गया था। बैठक में सस्पेंशन ऑफ ऑपरेशंस (SoO) समझौते को एक साल के लिए बढ़ाया गया। इसमें संघर्ष क्षेत्रों से कैंप हटाने, संख्या कम करने और हथियार पास के सीआरपीएफ व बीएसएफ कैंपों में जमा कराने पर सहमति बनी। एनएच-2 खुलने से लोगों और ट्रांसपोर्ट को बड़ी राहत मिलेगी।
NH-2 को खोलने का फैसला
इंफाल से चुराचांदपुर करीब 60 किलोमीटर दूर है, जहां उनके हेलिकॉप्टर से जाने की संभावना जताई जा रही है। हालांकि, आधिकारिक पुष्टि अभी नहीं हुई है। इस बीच, गृह मंत्रालय ने कुकी-जो काउंसिल (KZC), कुकी नैशनल ऑर्गेनाइजेशन (KNO) और यूनाइटेड पीपल्स फ्रंट (UPF) के साथ दिल्ली में त्रिपक्षीय बैठक कर NH-2 को खोलने का फैसला किया है। असम के डिब्रूगढ़ से मिजोरम के तुइपांग तक जाने वाला यह हाइवे मणिपुर की जीवनरेखा माना जाता है क्योंकि इसी मार्ग से दूसरे राज्य और जिलों में आना-जाना होता है। मई 2023 की हिंसा के बाद से यहां मुक्त आवाजाही प्रभावित थी।
एनएच-2 खुलने से लोगों और ट्रांसपोर्ट को बड़ी राहत मिलेगी
मामले में कुकी-जो काउंसिल का कहना है कि उनकी तरफ से हाइवे को बंद नहीं किया गया था। बैठक में सस्पेंशन ऑफ ऑपरेशंस (SoO) समझौते को एक साल के लिए बढ़ाया गया। इसमें संघर्ष क्षेत्रों से कैंप हटाने, संख्या कम करने और हथियार पास के सीआरपीएफ व बीएसएफ कैंपों में जमा कराने पर सहमति बनी। एनएच-2 खुलने से लोगों और ट्रांसपोर्ट को बड़ी राहत मिलेगी।
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