वॉशिंगटन: अमेरिका के मिसौरी में वाइटमैन एयर फोर्स बेस से B-2 स्पिरिट स्टील्थ बॉम्बर्स को गुआम के रणनीतिक एयरबेस पर तैनात किया है। यह तैनाती ईरान पर इजरायली हवाई हमलों के बाद पश्चिम एशिया में बढ़े तनाव के बीच हुई है। शनिवार को छह अमेरिकी B-2 स्टील्थ बमवर्षक विमान मिसौरी से उड़ान भरकर पश्चिमी प्रशांत महासागर स्थित माइक्रोनेशिया के अमेरिकी द्वीप गुआम के एयरबेस पर पहुंचे। अमेरिका के सबसे खतरनाक और सबसे महंगे बमवर्षक विमानों (B-2) की गुआम में तैनाती ईरान-इजरायल संघर्ष में अमेरिकी भागीदारी की संभावना को बढ़ाती है। माना जा रहा है कि अमेरिकी फौज अब ईरान पर हमले के बिल्कुल करीब है।
B-2 विमानों के साथ चार बोइंग KC-46 पेगासस ईंधन भरने वाले विमान भी देखे गए हैं, जिनमें से दो ने प्रशांत महासागर के ऊपर बमवर्षकों को फ्यूल दिया। फॉक्स न्यूज की एक रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया है कि बमवर्षकों को भारी मात्रा में ईंधन टैंक के बिना उड़ान भरने की अनुमति दी गई होगी, क्योंकि उनमें भारी मात्रा में पेलोड था, जो बंकर-बस्टर बम हो सकते हैं।
ईरान पर हमले की तैयारी!ईरान की फोर्डो सुविधा जैसे भूमिगत बंकरों को नुकसान पहुंचाने में सक्षम एकमात्र हथियार GBU-57 मैसिव ऑर्डनेंस पेनेट्रेटर (MOP) है, जो 13.6 टन का विस्फोटक है। इसे आमतौर पर बंकर बस्टर बम कहा जाता है। यह बंकर-बस्टर 200 फीट से अधिक गहराई तक प्रवेश कर सकता है। हालांकि अभी तक इसका इस्तेमाल ऐसी साइट पर हमले के लिए नहीं किया गया है।
जमीन के नीचे 200 फीट तक मजबूत कंक्रीट को तोड़ने की क्षमताओं वाले जीबीयू-57 को केवल B-2 बॉम्बर पर ही तैनात किया जा सकता है। ऐसे में इन स्टील्थ लड़ाकू विमानों की गुआम में तैनाती से लगता है कि अमेरिका फोर्डो पर हमला कर सकता है। इस साइट के बारे में दावा है कि ईरान ने यहां सैकड़ों फीट नीचे परमाणु कार्यक्रम चला रखा है।
दुनिया का सबसे महंगा सैन्य विमानB-2 स्पिरिट को नॉर्थ्रॉप ग्रुम्मन ने बनाया है। यह नियमित और परमाणु, दोनों हथियार ले जा सकता है। 6,000 समुद्री मील से अधिक की उड़ान रेंज और हवा में ईंधन भरने की क्षमता के साथ B-2 परमाणु स्थलों जैसे भारी किलेबंदी वाले लक्ष्यों को मार सकता है। यह GBU-57A/B सहित 40,000 पाउंड तक के बम ले जा सकता है। B-2 दूसरे बम, जैसे JDAMs, JSOWs और JASSMs भी ले जा सकता है, जो इसे विभिन्न प्रकार के मिशनों के लिए उपयोगी बनाता है।
यह लड़ाकू विमान अमेरिका की परमाणु रक्षा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो 16 B83 परमाणु बमों तक ले जाने में सक्षम है। B-2 को रडार के चकमा देते हुए सीक्रेट, सुरक्षित और लचीले मिशनों के लिए खास तरह से डिजाइन किया गया है, जो इसे प्रशांत क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी बनाता है। एक B-2 की कीमत करीब 2.1 अरब डॉलर है, जो इसे दुनिया के सबसे महंगे सैन्य विमानों में एक बनाती है।
B-2 विमानों के साथ चार बोइंग KC-46 पेगासस ईंधन भरने वाले विमान भी देखे गए हैं, जिनमें से दो ने प्रशांत महासागर के ऊपर बमवर्षकों को फ्यूल दिया। फॉक्स न्यूज की एक रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया है कि बमवर्षकों को भारी मात्रा में ईंधन टैंक के बिना उड़ान भरने की अनुमति दी गई होगी, क्योंकि उनमें भारी मात्रा में पेलोड था, जो बंकर-बस्टर बम हो सकते हैं।
ईरान पर हमले की तैयारी!ईरान की फोर्डो सुविधा जैसे भूमिगत बंकरों को नुकसान पहुंचाने में सक्षम एकमात्र हथियार GBU-57 मैसिव ऑर्डनेंस पेनेट्रेटर (MOP) है, जो 13.6 टन का विस्फोटक है। इसे आमतौर पर बंकर बस्टर बम कहा जाता है। यह बंकर-बस्टर 200 फीट से अधिक गहराई तक प्रवेश कर सकता है। हालांकि अभी तक इसका इस्तेमाल ऐसी साइट पर हमले के लिए नहीं किया गया है।
जमीन के नीचे 200 फीट तक मजबूत कंक्रीट को तोड़ने की क्षमताओं वाले जीबीयू-57 को केवल B-2 बॉम्बर पर ही तैनात किया जा सकता है। ऐसे में इन स्टील्थ लड़ाकू विमानों की गुआम में तैनाती से लगता है कि अमेरिका फोर्डो पर हमला कर सकता है। इस साइट के बारे में दावा है कि ईरान ने यहां सैकड़ों फीट नीचे परमाणु कार्यक्रम चला रखा है।
दुनिया का सबसे महंगा सैन्य विमानB-2 स्पिरिट को नॉर्थ्रॉप ग्रुम्मन ने बनाया है। यह नियमित और परमाणु, दोनों हथियार ले जा सकता है। 6,000 समुद्री मील से अधिक की उड़ान रेंज और हवा में ईंधन भरने की क्षमता के साथ B-2 परमाणु स्थलों जैसे भारी किलेबंदी वाले लक्ष्यों को मार सकता है। यह GBU-57A/B सहित 40,000 पाउंड तक के बम ले जा सकता है। B-2 दूसरे बम, जैसे JDAMs, JSOWs और JASSMs भी ले जा सकता है, जो इसे विभिन्न प्रकार के मिशनों के लिए उपयोगी बनाता है।
यह लड़ाकू विमान अमेरिका की परमाणु रक्षा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो 16 B83 परमाणु बमों तक ले जाने में सक्षम है। B-2 को रडार के चकमा देते हुए सीक्रेट, सुरक्षित और लचीले मिशनों के लिए खास तरह से डिजाइन किया गया है, जो इसे प्रशांत क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी बनाता है। एक B-2 की कीमत करीब 2.1 अरब डॉलर है, जो इसे दुनिया के सबसे महंगे सैन्य विमानों में एक बनाती है।
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