रामबाबू मित्तल, मेरठ: दिल्ली के लाल किले के पास हुए जोरदार धमाके ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है। इस भयावह घटना में अब तक 8 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि 20 से अधिक लोग घायल बताए जा रहे हैं। प्रशासन ने शुरुआती जांच के बाद 28 लोगों की सूची जारी की है, जिनमें मृतक और घायलों के नाम शामिल हैं। बताया जा रहा है कि घायलों की संख्या और बढ़ सकती है।
दिल्ली पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों ने पूरे क्षेत्र को सील कर जांच में जुटी हुई हैं। बम निरोधक दस्ते और फॉरेंसिक टीमें लगातार सबूत जुटा रही हैं। धमाके की तीव्रता इतनी अधिक थी कि आसपास खड़ी गाड़ियां और दीवारें भी क्षतिग्रस्त हो गईं। मौके पर अफरा-तफरी का माहौल बन गया। लोग अपनी जान बचाने के लिए इधर-उधर भागते नजर आए।
इस धमाके में उत्तर प्रदेश के चार लोग भी शामिल है, जिनमें एक व्यक्ति अमरोहा जिले के हसनपुर मंगलौर निवासी अशोक कुमार पुत्र जगदीश सिंह की ब्लास्ट के दौरान मौत हो गई है। अन्य तीन घायलों की पहचान देवरिया, आगरा और गाजियाबाद जनपदों के रूप में हुई है। फिलहाल उनकी स्थिति स्थिर बताई जा रही है, लेकिन उन्हें दिल्ली के विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
दिल्ली प्रशासन ने बताया कि अब तक सात अन्य मृतकों की पहचान नहीं हो सकी है। शवों की हालत गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त होने के कारण पहचान की प्रक्रिया में कठिनाई आ रही है। डीएनए सैंपलिंग के जरिए शिनाख्त की कोशिश की जा रही है।
जानकार सूत्रों के अनुसार, यह सूची फिलहाल प्रारंभिक है और जल्द ही घायलों व मृतकों की एक और विस्तृत सूची जारी की जा सकती है। वहीं, केंद्र सरकार ने इस घटना की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं और सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क कर दिया गया है।
दिल्ली पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों ने पूरे क्षेत्र को सील कर जांच में जुटी हुई हैं। बम निरोधक दस्ते और फॉरेंसिक टीमें लगातार सबूत जुटा रही हैं। धमाके की तीव्रता इतनी अधिक थी कि आसपास खड़ी गाड़ियां और दीवारें भी क्षतिग्रस्त हो गईं। मौके पर अफरा-तफरी का माहौल बन गया। लोग अपनी जान बचाने के लिए इधर-उधर भागते नजर आए।
इस धमाके में उत्तर प्रदेश के चार लोग भी शामिल है, जिनमें एक व्यक्ति अमरोहा जिले के हसनपुर मंगलौर निवासी अशोक कुमार पुत्र जगदीश सिंह की ब्लास्ट के दौरान मौत हो गई है। अन्य तीन घायलों की पहचान देवरिया, आगरा और गाजियाबाद जनपदों के रूप में हुई है। फिलहाल उनकी स्थिति स्थिर बताई जा रही है, लेकिन उन्हें दिल्ली के विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
दिल्ली प्रशासन ने बताया कि अब तक सात अन्य मृतकों की पहचान नहीं हो सकी है। शवों की हालत गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त होने के कारण पहचान की प्रक्रिया में कठिनाई आ रही है। डीएनए सैंपलिंग के जरिए शिनाख्त की कोशिश की जा रही है।
जानकार सूत्रों के अनुसार, यह सूची फिलहाल प्रारंभिक है और जल्द ही घायलों व मृतकों की एक और विस्तृत सूची जारी की जा सकती है। वहीं, केंद्र सरकार ने इस घटना की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं और सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क कर दिया गया है।
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