नई दिल्ली: दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में खेले जा रहे दूसरे टेस्ट मैच में भारतीय बल्लेबाज साई सुदर्शन ने एक अविश्वसनीय कैच लपककर सबको हैरान कर दिया। वेस्टइंडीज के ओपनिंग बल्लेबाज जॉन कैम्पबेल को रविंद्र जडेजा ने आउट किया लेकिन इस कैच का श्रेय साई सुदर्शन को गया जिन्होंने अपनी जान दांव पर लगाकर यह कैच पकड़ा।
साई सुदर्शन को लगी चोटइस कैच को लपकते समय उन्हें चोट भी आई जिससे टीम इंडिया के कोच मोर्ने मोर्कल भी सकते में पड़ गए। वेस्टइंडीज की पहली पारी के दौरान जब टीम इंडिया ने अपनी पहली पारी 518 रनों पर घोषित कर दी तो दूसरे सत्र में गेंदबाजी करने उतरी। पिच बल्लेबाजी के लिए काफी सपाट लग रही थी और गेंदबाजों को ज्यादा मदद मिलने की उम्मीद नहीं थी। शुरुआती दो तेज गेंदबाजों को अपने पहले स्पेल में कोई विकेट नहीं मिला जिसके बाद कप्तान शुभमन गिल ने स्पिनर रविंद्र जडेजा को गेंद सौंपी। जडेजा ने पिछले टेस्ट मैच की दूसरी पारी में 4 विकेट लिए थे और इस बार भी उनसे उम्मीदें थीं।
अपने पहले ही ओवर में जडेजा ने वेस्टइंडीज के सलामी बल्लेबाज जॉन कैम्पबेल को 10 रन पर पवेलियन भेज दिया। कैम्पबेल ने जडेजा की पहली ही गेंद पर चौका लगाया था लेकिन अगली ही गेंद पर उन्होंने एक जोरदार स्वीप शॉट खेला। गेंद फुल लेंथ पर थी और कैम्पबेल ने उसे बहुत अच्छे से कनेक्ट किया लेकिन उन्हें इस बात का जरा भी अंदाजा नहीं था कि गेंद सीधे शॉर्ट लेग पर खड़े साई सुदर्शन की ओर जा रही है। सुदर्शन ने गेंद को लपकने के लिए अपने हाथों को ऊपर उठाया लेकिन गेंद इतनी तेजी से आई कि उन्हें कैच लेने के लिए अपने सिर और कंधों को नीचे झुकाना पड़ा। अविश्वसनीय रूप से उन्होंने गेंद को पकड़ लिया भले ही उन्होंने शुरुआत में कैच छोड़ने का मन बना लिया था।
डगआउट में मनाई गई खुशीइस शानदार कैच के बाद भारतीय टीम में खुशी की लहर दौड़ गई और जडेजा भी खुश थे जिन्हें इस बार बल्लेबाजी का मौका नहीं मिला था। हालांकि साई सुदर्शन को इस कैच के बाद दर्द में देखा गया। गेंद उनके शरीर पर जोर से लगी थी और इसका स्पष्ट प्रभाव दिख रहा था। भारतीय गेंदबाजी कोच मोर्ने मोर्कल भी शामिल थे साई सुदर्शन द्वारा पकड़े गए इस अविश्वसनीय कैच को देखकर पूरी तरह से हैरान थे।
साई सुदर्शन को लगी चोटइस कैच को लपकते समय उन्हें चोट भी आई जिससे टीम इंडिया के कोच मोर्ने मोर्कल भी सकते में पड़ गए। वेस्टइंडीज की पहली पारी के दौरान जब टीम इंडिया ने अपनी पहली पारी 518 रनों पर घोषित कर दी तो दूसरे सत्र में गेंदबाजी करने उतरी। पिच बल्लेबाजी के लिए काफी सपाट लग रही थी और गेंदबाजों को ज्यादा मदद मिलने की उम्मीद नहीं थी। शुरुआती दो तेज गेंदबाजों को अपने पहले स्पेल में कोई विकेट नहीं मिला जिसके बाद कप्तान शुभमन गिल ने स्पिनर रविंद्र जडेजा को गेंद सौंपी। जडेजा ने पिछले टेस्ट मैच की दूसरी पारी में 4 विकेट लिए थे और इस बार भी उनसे उम्मीदें थीं।
𝗘𝗮𝗿𝗹𝘆 𝗗𝗼𝗺𝗶𝗻𝗮𝗻𝗰𝗲! 🔥@imjadeja breaks the opening stand with India’s first wicket, giving #TeamIndia an early advantage. 🙌
— Star Sports (@StarSportsIndia) October 11, 2025
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अपने पहले ही ओवर में जडेजा ने वेस्टइंडीज के सलामी बल्लेबाज जॉन कैम्पबेल को 10 रन पर पवेलियन भेज दिया। कैम्पबेल ने जडेजा की पहली ही गेंद पर चौका लगाया था लेकिन अगली ही गेंद पर उन्होंने एक जोरदार स्वीप शॉट खेला। गेंद फुल लेंथ पर थी और कैम्पबेल ने उसे बहुत अच्छे से कनेक्ट किया लेकिन उन्हें इस बात का जरा भी अंदाजा नहीं था कि गेंद सीधे शॉर्ट लेग पर खड़े साई सुदर्शन की ओर जा रही है। सुदर्शन ने गेंद को लपकने के लिए अपने हाथों को ऊपर उठाया लेकिन गेंद इतनी तेजी से आई कि उन्हें कैच लेने के लिए अपने सिर और कंधों को नीचे झुकाना पड़ा। अविश्वसनीय रूप से उन्होंने गेंद को पकड़ लिया भले ही उन्होंने शुरुआत में कैच छोड़ने का मन बना लिया था।
डगआउट में मनाई गई खुशीइस शानदार कैच के बाद भारतीय टीम में खुशी की लहर दौड़ गई और जडेजा भी खुश थे जिन्हें इस बार बल्लेबाजी का मौका नहीं मिला था। हालांकि साई सुदर्शन को इस कैच के बाद दर्द में देखा गया। गेंद उनके शरीर पर जोर से लगी थी और इसका स्पष्ट प्रभाव दिख रहा था। भारतीय गेंदबाजी कोच मोर्ने मोर्कल भी शामिल थे साई सुदर्शन द्वारा पकड़े गए इस अविश्वसनीय कैच को देखकर पूरी तरह से हैरान थे।
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