पटना: बिहार में अक्टूबर और नवंबर में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। इससे पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान से मुलाकात की। गुरुवार को हुई इस मुलाकात में कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई। खासकर, विश्वविद्यालयों में कुलपतियों की नियुक्ति पर बात हुई। चुनाव से पहले सरकार सभी जरूरी काम निपटा लेना चाहती है। यही कारण है कि सीएम नीतीश सुबह-सुबह राजभवन पहुंचे और राज्यपाल से मिले।
10.30 बजे राजभवन पहुंचे सीएम नीतीश
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सुबह करीब 10.30 बजे राजभवन पहुंचे। उन्होंने राज्यपाल से लगभग 15 मिनट तक बात की। सूत्रों के अनुसार, यह मुलाकात राजनीतिक नहीं थी। इसका मुख्य उद्देश्य राज्य के विश्वविद्यालयों में कुलपतियों की नियुक्ति को लेकर चर्चा करना था। कई विश्वविद्यालयों में कुलपतियों की नियुक्ति होनी है। इसलिए मुख्यमंत्री और राज्यपाल मिलकर इस पर फैसला लेंगे।
चुनाव से पहले सभी मुद्दों को सुलझाना चाहती है सरकार
बता दें कि बिहार में अक्टूबर-नवंबर में विधानसभा चुनाव होने हैं। नीतीश कुमार की सरकार चुनाव से पहले विश्वविद्यालयों से जुड़े सभी मुद्दों को सुलझाना चाहती है। इनमें नियुक्तियां करना, फंड जारी करना और पढ़ाई से जुड़े काम शामिल हैं। माना जा रहा है कि कुलपतियों की नियुक्ति का काम भी जल्द पूरा कर लिया जाएगा।
कयासों का बाजार गर्म
सीएम नीतीश का अचानक राजभवन पहुंचने से सियासी हलकों में कयासों का बाजार गर्म हो गया। लोग अपने हिसाब से इसका मतलब निकाल रहे हैं। हालांकि अभी तक आधिकारिक तौर पर इसको लेकर कोई बयान जारी नहीं किया गया है। यही कारण है कि चर्चाओं का बाजार गर्म है।
10.30 बजे राजभवन पहुंचे सीएम नीतीश
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सुबह करीब 10.30 बजे राजभवन पहुंचे। उन्होंने राज्यपाल से लगभग 15 मिनट तक बात की। सूत्रों के अनुसार, यह मुलाकात राजनीतिक नहीं थी। इसका मुख्य उद्देश्य राज्य के विश्वविद्यालयों में कुलपतियों की नियुक्ति को लेकर चर्चा करना था। कई विश्वविद्यालयों में कुलपतियों की नियुक्ति होनी है। इसलिए मुख्यमंत्री और राज्यपाल मिलकर इस पर फैसला लेंगे।
चुनाव से पहले सभी मुद्दों को सुलझाना चाहती है सरकार
बता दें कि बिहार में अक्टूबर-नवंबर में विधानसभा चुनाव होने हैं। नीतीश कुमार की सरकार चुनाव से पहले विश्वविद्यालयों से जुड़े सभी मुद्दों को सुलझाना चाहती है। इनमें नियुक्तियां करना, फंड जारी करना और पढ़ाई से जुड़े काम शामिल हैं। माना जा रहा है कि कुलपतियों की नियुक्ति का काम भी जल्द पूरा कर लिया जाएगा।
कयासों का बाजार गर्म
सीएम नीतीश का अचानक राजभवन पहुंचने से सियासी हलकों में कयासों का बाजार गर्म हो गया। लोग अपने हिसाब से इसका मतलब निकाल रहे हैं। हालांकि अभी तक आधिकारिक तौर पर इसको लेकर कोई बयान जारी नहीं किया गया है। यही कारण है कि चर्चाओं का बाजार गर्म है।
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