नई दिल्ली: एनसीआर का प्रीमियम रियल एस्टेट डेवलपर M3M इंडिया गुड़गांव या गुरुग्राम में एक बड़ा प्रोजेक्ट शुरू कर रहा है। इसका नाम है गुड़गांव इंटरनेशनल सिटी ( GIC )। इस प्रोजेक्ट पर कंपनी 7,200 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। यह शहर 150 एकड़ में फैला होगा और इसे 200 एकड़ तक बढ़ाया भी जा सकता है।
कहां बस रहा है नया शहर
M3M इंडिया की तरफ से मिली जानकारी के अनुसार यह शहर द्वारका एक्सप्रेसवे लिंक रोड पर बनाया जा रहा है। डेवलपर का दावा है यह एक ऐसी जगह होगी जहां सब कुछ मिलेगा, जैसे डेटा सेंटर (कंप्यूटर डेटा का बड़ा स्टोरेज), इनोवेशन पार्क (नई खोजों की जगह), EV हब (इलेक्ट्रिक गाड़ियों से जुड़ी चीजें), दुकानें और अच्छे घर। इस प्रोजेक्ट से कंपनी को करीब 12,000 करोड़ रुपये का बिज़नेस मिलने की उम्मीद है।
गूगल, एप्पल और टेस्ला जैसी कंपनी आएंगीM3M इंडिया के प्रमोटर पंकज बंसल ने कहा, "हमारा सपना है कि गूगल, एप्पल, माइक्रोसॉफ्ट, टेस्ला जैसी बड़ी ग्लोबल कंपनियां यहां आएं। ये वो कंपनियां हैं जो भविष्य की नई खोजों और जिम्मेदारी से आगे बढ़ने का प्रतीक हैं। गुड़गांव इंटरनेशनल सिटी (GIC) को ग्लोबल लेवल का बनाया जा रहा है, जहां टेक्नोलॉजी, पर्यावरण का ध्यान और लोगों की जरूरतों का संगम होगा।"
कितने एकड़ में बसेगा यह शहरकंपनी के मुताबिक यह प्रोजेक्ट 150 एकड़ में फैला होगा, जिसे आगे बढ़ा कर लगभग 200 एकड़ किया जाएगा। परियोजना का पहला फेज 50 एकड़ में होगा। इस फेज को RERA (रियल एस्टेट रेगुलेटरी अथॉरिटी) से मंजूरी मिल गई है। इसमें 300 प्लॉट होंगे। कंपनी का कहना है कि इस नए शहर में ऐसी फैक्ट्रियां होंगी जिनसे प्रदूषण नहीं फैलेगा। साथ ही, वहां एडवांस मैन्युफैक्चरिंग (आधुनिक उत्पादन) और टेक्नोलॉजी से जुड़े बिज़नेस हाउसेस होंगे। यह भारत की नई औद्योगिक और डिजिटल नीतियों के हिसाब से होगा। नए शहर में साइकिल चलाने के लिए अलग रास्ते, छायादार पैदल पथ और सोलर लाइटें होंगी। इससे वहां रहने वाले और काम करने वाले लोगों के लिए एक स्वस्थ और कम प्रदूषण वाला माहौल बनेगा।
कितना बड़ा कारोबार है कंपनी का
M3M इंडिया की स्थापना 2010 में हुई थी। इस समय M3M इंडिया के पास 62 से ज्यादा प्रोजेक्ट्स हैं। इनमें से 40 प्रोजेक्ट पूरे हो चुके हैं और उनका कुल एरिया 20 मिलियन वर्ग फुट है। दिल्ली एनसीआर में इसका नाम समय पर प्रोजेक्ट डिलीवरी के लिए है। इन दिनों प्रीमियम और लग्जरी रियल एस्टेट में इसका विशेष नाम लिया जाता है। इनके कुछ प्रोजेक्ट्स में एम3एम उर्बाना सेक्टर 67 , एम3एम स्मार्ट वर्ल्ड , एम3एम गोल्फ हिल्स आदि का नाम लिया जाता है।
कहां बस रहा है नया शहर
M3M इंडिया की तरफ से मिली जानकारी के अनुसार यह शहर द्वारका एक्सप्रेसवे लिंक रोड पर बनाया जा रहा है। डेवलपर का दावा है यह एक ऐसी जगह होगी जहां सब कुछ मिलेगा, जैसे डेटा सेंटर (कंप्यूटर डेटा का बड़ा स्टोरेज), इनोवेशन पार्क (नई खोजों की जगह), EV हब (इलेक्ट्रिक गाड़ियों से जुड़ी चीजें), दुकानें और अच्छे घर। इस प्रोजेक्ट से कंपनी को करीब 12,000 करोड़ रुपये का बिज़नेस मिलने की उम्मीद है।
गूगल, एप्पल और टेस्ला जैसी कंपनी आएंगीM3M इंडिया के प्रमोटर पंकज बंसल ने कहा, "हमारा सपना है कि गूगल, एप्पल, माइक्रोसॉफ्ट, टेस्ला जैसी बड़ी ग्लोबल कंपनियां यहां आएं। ये वो कंपनियां हैं जो भविष्य की नई खोजों और जिम्मेदारी से आगे बढ़ने का प्रतीक हैं। गुड़गांव इंटरनेशनल सिटी (GIC) को ग्लोबल लेवल का बनाया जा रहा है, जहां टेक्नोलॉजी, पर्यावरण का ध्यान और लोगों की जरूरतों का संगम होगा।"
कितने एकड़ में बसेगा यह शहरकंपनी के मुताबिक यह प्रोजेक्ट 150 एकड़ में फैला होगा, जिसे आगे बढ़ा कर लगभग 200 एकड़ किया जाएगा। परियोजना का पहला फेज 50 एकड़ में होगा। इस फेज को RERA (रियल एस्टेट रेगुलेटरी अथॉरिटी) से मंजूरी मिल गई है। इसमें 300 प्लॉट होंगे। कंपनी का कहना है कि इस नए शहर में ऐसी फैक्ट्रियां होंगी जिनसे प्रदूषण नहीं फैलेगा। साथ ही, वहां एडवांस मैन्युफैक्चरिंग (आधुनिक उत्पादन) और टेक्नोलॉजी से जुड़े बिज़नेस हाउसेस होंगे। यह भारत की नई औद्योगिक और डिजिटल नीतियों के हिसाब से होगा। नए शहर में साइकिल चलाने के लिए अलग रास्ते, छायादार पैदल पथ और सोलर लाइटें होंगी। इससे वहां रहने वाले और काम करने वाले लोगों के लिए एक स्वस्थ और कम प्रदूषण वाला माहौल बनेगा।
कितना बड़ा कारोबार है कंपनी का
M3M इंडिया की स्थापना 2010 में हुई थी। इस समय M3M इंडिया के पास 62 से ज्यादा प्रोजेक्ट्स हैं। इनमें से 40 प्रोजेक्ट पूरे हो चुके हैं और उनका कुल एरिया 20 मिलियन वर्ग फुट है। दिल्ली एनसीआर में इसका नाम समय पर प्रोजेक्ट डिलीवरी के लिए है। इन दिनों प्रीमियम और लग्जरी रियल एस्टेट में इसका विशेष नाम लिया जाता है। इनके कुछ प्रोजेक्ट्स में एम3एम उर्बाना सेक्टर 67 , एम3एम स्मार्ट वर्ल्ड , एम3एम गोल्फ हिल्स आदि का नाम लिया जाता है।
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