चंडीगढ़: पंजाब पुलिस के स्टेट स्पेशल ऑपरेशन सेल (SSOC) ने एक पूर्व सैनिक गुरप्रीत सिंह उर्फ 'गुरि' उर्फ 'फौजी' को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि वो देश की सुरक्षा से खिलवाड़ करते हुए पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI को भारतीय सेना से जुड़ी गोपनीय जानकारी भेज रहा था। गिरफ्तार किया गया गुरप्रीत सिंह, फिरोजपुर जिले के थाना ममदोट के गांव मट्टर उत्तर का निवासी है। जांच में सामने आया है कि वह पहले ही एनसीबी अमृतसर द्वारा 1 किलो हेरोइन के मामले में गिरफ्तार होकर फिरोजपुर जेल में बंद था। जेल में उसकी मुलाकात पाकिस्तान में बैठे आईएसआई एजेंटों से संपर्क में रहने वाले कुछ लोगों से हुई, जिन्होंने उसे दुबारा गद्दारी के रास्ते पर उतार दिया।
महत्वपूर्ण सैन्य जानकारियां जुटाई
एसएसओसी की जांच में पता चला है कि गुरप्रीत सिंह ने सेना में सेवा के दौरान जम्मू-कश्मीर और सिक्किम जैसे संवेदनशील इलाकों में तैनाती के दौरान महत्वपूर्ण सैन्य जानकारियां जुटाई थीं। वह जेल में रहते हुए इन जानकारियों को आईएसआई के एजेंटों को भेजने लगा। इसके साथ ही, वह अपने पुराने फौजी संपर्कों के जरिए नई जानकारियां इकट्ठा करता और उन्हें पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी तक पहुंचाता रहा। इस मामले में एसएसओसी ने उसके खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 152 और 61(2) के तहत मामला दर्ज किया है, साथ ही ऑफिशियल सीक्रेट्स एक्ट 1923 की धारा 3, 4 और 5 भी इसमें जोड़ी गई है। यह धाराएं राष्ट्र विरोधी गतिविधियों, संवेदनशील जानकारी साझा करने और देश की सुरक्षा को खतरे में डालने जैसे गंभीर अपराधों से जुड़ी हैं।
आरोपी से पूछताछ जारी
पंजाब पुलिस के एआईजी एसएसओसी रवजोत कौर ग्रेवाल ने बताया कि गुरप्रीत सिंह से पूछताछ जारी है। यह पता लगाया जा रहा है कि अब तक वह किस प्रकार की सूचनाएं ISI को भेज चुका है। जांच की जा रही है कि उसके नेटवर्क में और कौन-कौन लोग शामिल हैं और जेल में किन एजेंटों के संपर्क में वह आया था। गुरप्रीत सिंह की गिरफ्तारी के बाद अब एसएसओसी उसके पूरे नेटवर्क की जांच में जुट गई है, ताकि इस जासूसी रैकेट के अन्य सदस्यों तक भी पहुंच बनाई जा सके और देश की सुरक्षा को और मजबूत किया जा सके।
महत्वपूर्ण सैन्य जानकारियां जुटाई
एसएसओसी की जांच में पता चला है कि गुरप्रीत सिंह ने सेना में सेवा के दौरान जम्मू-कश्मीर और सिक्किम जैसे संवेदनशील इलाकों में तैनाती के दौरान महत्वपूर्ण सैन्य जानकारियां जुटाई थीं। वह जेल में रहते हुए इन जानकारियों को आईएसआई के एजेंटों को भेजने लगा। इसके साथ ही, वह अपने पुराने फौजी संपर्कों के जरिए नई जानकारियां इकट्ठा करता और उन्हें पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी तक पहुंचाता रहा। इस मामले में एसएसओसी ने उसके खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 152 और 61(2) के तहत मामला दर्ज किया है, साथ ही ऑफिशियल सीक्रेट्स एक्ट 1923 की धारा 3, 4 और 5 भी इसमें जोड़ी गई है। यह धाराएं राष्ट्र विरोधी गतिविधियों, संवेदनशील जानकारी साझा करने और देश की सुरक्षा को खतरे में डालने जैसे गंभीर अपराधों से जुड़ी हैं।
आरोपी से पूछताछ जारी
पंजाब पुलिस के एआईजी एसएसओसी रवजोत कौर ग्रेवाल ने बताया कि गुरप्रीत सिंह से पूछताछ जारी है। यह पता लगाया जा रहा है कि अब तक वह किस प्रकार की सूचनाएं ISI को भेज चुका है। जांच की जा रही है कि उसके नेटवर्क में और कौन-कौन लोग शामिल हैं और जेल में किन एजेंटों के संपर्क में वह आया था। गुरप्रीत सिंह की गिरफ्तारी के बाद अब एसएसओसी उसके पूरे नेटवर्क की जांच में जुट गई है, ताकि इस जासूसी रैकेट के अन्य सदस्यों तक भी पहुंच बनाई जा सके और देश की सुरक्षा को और मजबूत किया जा सके।
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