डूंगरपुर: राजस्थान के आदिवासी क्षेत्र डूंगरपुर में हैरान करने वाली घटना सामने आई है। इस घटना ने सबको अंदर से हिलाकर रख दिया है। घटना के बारे में जानकर हर किसी के जहन में एक ही सवाल उठ रहा है कि क्या कोई मां इतनी निर्दयी हो सकती है। अपने जिगर के टुकड़ों को जान से मार सकती है। जब किसी बच्चे के शरीर पर जरा सी खरोंच आ जाए तो मां के सीने में दर्द होने लगता है लेकिन इस मां ने तो खुद अपने हाथों से अपने मासूम बच्चों की जान ले ली। कुछ लोगों ने इस महिला को समय रहते देख लिया वरना यह अपनी तीसरी बेटी की जिंदगी भी खत्म कर देती।
दो बच्चों को कुए में फेंका, तीसरी बेटी बच गईदिल दहला देने वाली यह घटना डूंगरपुर जिले के सदर थाना क्षेत्र की है। मोकरवाड़ा गांव में गुरुवार 17 जुलाई की दोपहर को यह घटना हुई। गांव की रहने वाली एक महिला अपने तीन मासूम बच्चों को लेकर दोपहर एक बजे घर से निकली। घर से करीब पांच किलोमीटर दूर नदी के किनारे एक कुए के पास पहुंची। वहां उसने अपने दो छोटे बच्चों को एक एक कर कुए में फेंक दिया। 4 साल के बेटे और 2 महीने की बेटी को कुए में फेंकने के बाद 6 साल की मासूम बेटी को भी फेंकने लगी। 6 वर्षीय बेटी मां से हाथ छुड़ाकर भाग गई। उसे पकड़ने के लिए मां पीछे दौड़ी। चिल्लाने की आवाज सुनकर आसपास के लोग दौड़कर आए। लोगों के आने पर बड़ी बेटी की जान बच गई।
लोगों ने महिला को पकड़ाजब लोगों ने बच्ची और महिला को पकड़ा तो बच्ची ने बताया कि उसकी मां ने दो मासूम बच्चों को कुए में फेंक दिया। लोग कुए पर पहुंचे और दोनों बच्चों को निकालने की कोशिश में जुटे। काफी मशक्कत के बाद दोनों बच्चों को कुए से निकाल लिया गया लेकिन तब तक दोनों की मौत हो चुकी थी। 6 वर्षीय बच्ची उर्मिला ने बताया कि मां उसे भी कुए में फेंकने वाली थी लेकिन वह हाथ छुड़ाकर भाग गई। इसलिए बच गई। बाद में लोगों पुलिस को सूचना दी और महिला को पुलिस के हवाले कर दिया।
कातिल मां ने बताई यह वजहसदर थाने के सहायक उप निरीक्षक भवानी सिंह ने बताया कि 30 वर्षीय महिला वर्षा पत्नी सुनील डामोर ने इस घटना को अंजाम दिया है। वह गुमानपुरा पंचायत के बुएला गांव की रहने वाली है। महिला ने पुलिस पूछताछ में बताया कि करीब दो महीने पहले उसने बच्चेदानी का ऑपरेशन कराया था। ऑपरेशन के बाद भी उसके पेट में लगातार दर्द रहता है। महिला ने बताया कि उसे ऐसा लगा कि वह अब मरने वाली है और अगर मौत हो गई तो उसके बाद बच्चों की देखभाल कौन करेगा। यही सोचकर महिला ने अपने तीनों बच्चों को मारने के लिए कुए पर गई थी। उसने यह भी कहा कि तीनों बच्चों को मारने के बाद वह खुद भी सुसाइड करना चाहती थी।
ऑटो चलाता है मासूम बच्चों का पिताइस घटना के बारे में मासूम बच्चों के पिता को काफी देर बाद जानकारी मिली। उर्मिला ने बताया कि उसके पापा सुनील डामोर ऑटो चलाते हैं। दिन में वे घर से बाहर काम कर गए हुए थे। तब पीछे से मां तीनों बच्चों लेकर घर से निकल गई। नदी के पास खेतों में काम करने वाले लोग मदद के लिए आगे आए जिसकी वजह से 6 वर्षीय बालिका उर्मिला बच गई। पुलिस के आने के बाद बच्चों के पिता को घटना की जानकारी दी गई। सुनील ने पुलिस को बताया कि उसकी पत्नी की दिमागी हालत ठीक नहीं रहती है। ऐसे में पुलिस ने महिला वर्षा को जिला अस्पताल में भर्ती कराया है जहां महिला पुलिस कांस्टेबल की देखरेख में उसका इलाज कराया जा रहा है।
दो बच्चों को कुए में फेंका, तीसरी बेटी बच गईदिल दहला देने वाली यह घटना डूंगरपुर जिले के सदर थाना क्षेत्र की है। मोकरवाड़ा गांव में गुरुवार 17 जुलाई की दोपहर को यह घटना हुई। गांव की रहने वाली एक महिला अपने तीन मासूम बच्चों को लेकर दोपहर एक बजे घर से निकली। घर से करीब पांच किलोमीटर दूर नदी के किनारे एक कुए के पास पहुंची। वहां उसने अपने दो छोटे बच्चों को एक एक कर कुए में फेंक दिया। 4 साल के बेटे और 2 महीने की बेटी को कुए में फेंकने के बाद 6 साल की मासूम बेटी को भी फेंकने लगी। 6 वर्षीय बेटी मां से हाथ छुड़ाकर भाग गई। उसे पकड़ने के लिए मां पीछे दौड़ी। चिल्लाने की आवाज सुनकर आसपास के लोग दौड़कर आए। लोगों के आने पर बड़ी बेटी की जान बच गई।
लोगों ने महिला को पकड़ाजब लोगों ने बच्ची और महिला को पकड़ा तो बच्ची ने बताया कि उसकी मां ने दो मासूम बच्चों को कुए में फेंक दिया। लोग कुए पर पहुंचे और दोनों बच्चों को निकालने की कोशिश में जुटे। काफी मशक्कत के बाद दोनों बच्चों को कुए से निकाल लिया गया लेकिन तब तक दोनों की मौत हो चुकी थी। 6 वर्षीय बच्ची उर्मिला ने बताया कि मां उसे भी कुए में फेंकने वाली थी लेकिन वह हाथ छुड़ाकर भाग गई। इसलिए बच गई। बाद में लोगों पुलिस को सूचना दी और महिला को पुलिस के हवाले कर दिया।
कातिल मां ने बताई यह वजहसदर थाने के सहायक उप निरीक्षक भवानी सिंह ने बताया कि 30 वर्षीय महिला वर्षा पत्नी सुनील डामोर ने इस घटना को अंजाम दिया है। वह गुमानपुरा पंचायत के बुएला गांव की रहने वाली है। महिला ने पुलिस पूछताछ में बताया कि करीब दो महीने पहले उसने बच्चेदानी का ऑपरेशन कराया था। ऑपरेशन के बाद भी उसके पेट में लगातार दर्द रहता है। महिला ने बताया कि उसे ऐसा लगा कि वह अब मरने वाली है और अगर मौत हो गई तो उसके बाद बच्चों की देखभाल कौन करेगा। यही सोचकर महिला ने अपने तीनों बच्चों को मारने के लिए कुए पर गई थी। उसने यह भी कहा कि तीनों बच्चों को मारने के बाद वह खुद भी सुसाइड करना चाहती थी।
ऑटो चलाता है मासूम बच्चों का पिताइस घटना के बारे में मासूम बच्चों के पिता को काफी देर बाद जानकारी मिली। उर्मिला ने बताया कि उसके पापा सुनील डामोर ऑटो चलाते हैं। दिन में वे घर से बाहर काम कर गए हुए थे। तब पीछे से मां तीनों बच्चों लेकर घर से निकल गई। नदी के पास खेतों में काम करने वाले लोग मदद के लिए आगे आए जिसकी वजह से 6 वर्षीय बालिका उर्मिला बच गई। पुलिस के आने के बाद बच्चों के पिता को घटना की जानकारी दी गई। सुनील ने पुलिस को बताया कि उसकी पत्नी की दिमागी हालत ठीक नहीं रहती है। ऐसे में पुलिस ने महिला वर्षा को जिला अस्पताल में भर्ती कराया है जहां महिला पुलिस कांस्टेबल की देखरेख में उसका इलाज कराया जा रहा है।
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