मनीष सिंह, ग्रेटर नोएडा: ग्रेटर नोएडा के थाना नॉलेज पार्क क्षेत्र में स्थित शारदा यूनिवर्सिटी के गर्ल्स हॉस्टल में 18 जुलाई की शाम बीडीएस सेकेंड ईयर की छात्रा ज्योति शर्मा ने फंदे से लटक कर सुसाइड कर ली थी। अब यह मामला राष्ट्रीय महिला आयोग तक पहुंच गया है। सुप्रीम कोर्ट के बाद महिला आयोग की राष्ट्रीय अध्यक्ष विजया किशोर रहाटकर ने भी स्वत: संज्ञान लिया है। आयोग की अध्यक्ष ने यूपी के डीजीपी से घटना से लेकर अब तक की कार्रवाई की तीन दिन में विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। उन्होंने प्रकरण को लेकर मीडिया में प्रसारित खबरों को गंभीरता से लिया है। वहीं दूसरी ओर यूनिवर्सिटी की जांच कमेटी भी इस पूरे प्रकरण की जांच कर रही है। उनका कहना है कि जिसकी भी लापरवाही पाई जाएगी, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
राष्ट्रीय महिला आयोग की राष्ट्रीय अध्यक्ष विजया किशोर रहाटकर ने यूपी के डीजीपी को तीन दिनों के अंदर कार्रवाई रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश देते हुए कहा है कि इस प्रकरण की निष्पक्ष, पारदर्शी और समयबद्ध जांच सुनिश्चित की जाए। ताकि घटना का सच सामने आ सके और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जा सके।
इसके साथ ही परिवारिजनों को आवश्यक सहायता तत्काल मुहैया कराई जाए। रिपोर्ट में बताना होगा कि पुलिस ने अब तक क्या कार्रवाई की। इसके अलावा शारदा यूनिवर्सिटी में गठित कमेटी ने निर्धारित समय सीमा में जांच रिपोर्ट पुलिस को क्यों नहीं सौंपी। परिजनों की क्या-क्या मांग हैं आदि।
गौरतलब है कि, ज्योति शर्मा मामले में शारदा यूनिवर्सिटी में गठित जांच कमेटी तय समय सीमा बीतने के बावजूद अब तक अपनी रिपोर्ट पुलिस अधिकारियों को नहीं सौंप पायी है। इसकी वजह ज्योति के परिजनों का पक्ष नहीं मिलना रहा। फिलहाल ज्योति के परिजनों ने शुक्रवार को कमेटी और पुलिस अधिकारियों के सामने पक्ष रखा।
परिजनों का कहना है कि मामले में आरोपियों पर यूनिवर्सिटी प्रबंधन की ओर से उचित कार्रवाई की जाएगी, ऐसा उन्हें बिल्कुक विश्वास नहीं है। उन्होंने सीएम योगी आदित्यनाथ, न्यायाधीश और पुलिस अधिकारियों पर भरोसा जताया है। परिजनों ने मामले में दोषियों के खिलाफ पर सख्त कार्रवाई की मांग की है।
शारदा यूनिवर्सिटी के डायरेक्टर पीआर डॉ. अजीत कुमार ने बताया कि परिजनों का पक्ष नहीं रखने की वजह से कमेटी की जांच रिपोर्ट पूरी नहीं हो सकी है। शुक्रवार को भी परिजनों ने पूरी बातें नहीं बताईं। फिलहाल सोमवार तक जांच रिपोर्ट बनाकर पुलिस अधिकारियों के सुपुर्द करने का प्रयास किया जाएगा।
राष्ट्रीय महिला आयोग की राष्ट्रीय अध्यक्ष विजया किशोर रहाटकर ने यूपी के डीजीपी को तीन दिनों के अंदर कार्रवाई रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश देते हुए कहा है कि इस प्रकरण की निष्पक्ष, पारदर्शी और समयबद्ध जांच सुनिश्चित की जाए। ताकि घटना का सच सामने आ सके और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जा सके।
इसके साथ ही परिवारिजनों को आवश्यक सहायता तत्काल मुहैया कराई जाए। रिपोर्ट में बताना होगा कि पुलिस ने अब तक क्या कार्रवाई की। इसके अलावा शारदा यूनिवर्सिटी में गठित कमेटी ने निर्धारित समय सीमा में जांच रिपोर्ट पुलिस को क्यों नहीं सौंपी। परिजनों की क्या-क्या मांग हैं आदि।
गौरतलब है कि, ज्योति शर्मा मामले में शारदा यूनिवर्सिटी में गठित जांच कमेटी तय समय सीमा बीतने के बावजूद अब तक अपनी रिपोर्ट पुलिस अधिकारियों को नहीं सौंप पायी है। इसकी वजह ज्योति के परिजनों का पक्ष नहीं मिलना रहा। फिलहाल ज्योति के परिजनों ने शुक्रवार को कमेटी और पुलिस अधिकारियों के सामने पक्ष रखा।
परिजनों का कहना है कि मामले में आरोपियों पर यूनिवर्सिटी प्रबंधन की ओर से उचित कार्रवाई की जाएगी, ऐसा उन्हें बिल्कुक विश्वास नहीं है। उन्होंने सीएम योगी आदित्यनाथ, न्यायाधीश और पुलिस अधिकारियों पर भरोसा जताया है। परिजनों ने मामले में दोषियों के खिलाफ पर सख्त कार्रवाई की मांग की है।
शारदा यूनिवर्सिटी के डायरेक्टर पीआर डॉ. अजीत कुमार ने बताया कि परिजनों का पक्ष नहीं रखने की वजह से कमेटी की जांच रिपोर्ट पूरी नहीं हो सकी है। शुक्रवार को भी परिजनों ने पूरी बातें नहीं बताईं। फिलहाल सोमवार तक जांच रिपोर्ट बनाकर पुलिस अधिकारियों के सुपुर्द करने का प्रयास किया जाएगा।
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