ब्रेन स्ट्रोक को आमतौर पर “मस्तिष्क पर हमला” कहा जाता है, और यह उतना ही घातक हो सकता है जितना कि दिल का दौरा। हर साल भारत में लाखों लोग ब्रेन स्ट्रोक का शिकार होते हैं, और समय पर पहचान और इलाज न मिलने पर इनमें से कई की जान चली जाती है या उन्हें स्थायी विकलांगता का सामना करना पड़ता है।
विशेषज्ञों का कहना है कि ब्रेन स्ट्रोक के शुरुआती लक्षणों की पहचान और तत्काल चिकित्सा हस्तक्षेप से मरीज की जान बचाई जा सकती है। इस रिपोर्ट में हम जानेंगे कि ब्रेन स्ट्रोक के तीन सबसे पहले दिखने वाले लक्षण कौन से हैं, इसे कैसे पहचानें और क्या करें।
क्या है ब्रेन स्ट्रोक?
ब्रेन स्ट्रोक तब होता है जब मस्तिष्क के किसी हिस्से में रक्त प्रवाह बाधित हो जाता है — या तो रक्त का थक्का (ब्लड क्लॉट) बनने से, या फिर रक्त वाहिका फटने से। इससे उस हिस्से की कोशिकाओं को ऑक्सीजन नहीं मिलती और वे मरने लगती हैं।
ब्रेन स्ट्रोक दो प्रकार के होते हैं:
इस्केमिक स्ट्रोक (रक्त प्रवाह रुकने के कारण – 85% मामले)
हेमरेजिक स्ट्रोक (रक्तस्राव के कारण)
ब्रेन स्ट्रोक के सबसे पहले दिखने वाले 3 प्रमुख लक्षण
1. चेहरे की मांसपेशियों का अचानक ढीला पड़ना (Facial drooping)
ब्रेन स्ट्रोक का सबसे आम और शुरुआती संकेत यह है कि व्यक्ति के चेहरे का एक हिस्सा अचानक ढीला पड़ने लगता है। मुस्कुराने पर एक तरफ का होंठ नीचे झुक जाता है। मरीज को अपनी जीभ सीधी रखने में भी दिक्कत होती है।
डॉ. कहते हैं,
“अगर कोई व्यक्ति मुस्कराते हुए एक तरफ मुंह टेढ़ा कर रहा है या बोलते समय स्पष्टता नहीं है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। यह स्ट्रोक का पहला संकेत हो सकता है।”
2. बोलने या समझने में परेशानी (Slurred Speech or Confusion)
ब्रेन स्ट्रोक का दूसरा प्रमुख लक्षण है — बोलने में अस्पष्टता या जुबान लड़खड़ाना। मरीज को शब्द याद नहीं आते, वाक्य अधूरे रह जाते हैं, या उसकी बात समझना मुश्किल हो जाता है।
3. शरीर के एक हिस्से में कमजोरी या सुन्नपन (Weakness or Numbness)
अक्सर स्ट्रोक से पीड़ित व्यक्ति को शरीर के एक तरफ — हाथ, पैर या चेहरा — में कमजोरी या झनझनाहट महसूस होती है। कुछ मामलों में मरीज अचानक खड़ा नहीं हो पाता या संतुलन खो देता है।
अन्य संकेत जो सतर्क कर सकते हैं
अचानक चक्कर आना या संतुलन खोना
धुंधला दिखना या एक आंख से दिखना बंद होना
तेज सिरदर्द (विशेषकर हेमरेजिक स्ट्रोक में)
समझने की क्षमता में कमी
FAST तकनीक से पहचानें ब्रेन स्ट्रोक
विशेषज्ञों द्वारा सुझाई गई FAST तकनीक ब्रेन स्ट्रोक के लक्षणों को याद रखने का आसान तरीका है:
F – Face: क्या मुस्कराने पर चेहरा टेढ़ा हो रहा है?
A – Arms: क्या दोनों हाथ बराबर उठ रहे हैं या एक नीचे गिर रहा है?
S – Speech: क्या बोलने में गड़बड़ी है?
T – Time: समय न गंवाएं, तुरंत मदद लें।
ब्रेन स्ट्रोक से बचाव कैसे करें?
ब्लड प्रेशर को नियंत्रण में रखें
डायबिटीज और कोलेस्ट्रॉल की नियमित जांच कराएं
धूम्रपान और शराब से बचें
नियमित व्यायाम करें
संतुलित आहार लें और तनाव नियंत्रित रखें
कब और कहां ले जाएं मरीज को?
यदि ब्रेन स्ट्रोक के कोई भी लक्षण नजर आएं, तो 4.5 घंटे के भीतर मरीज को किसी नजदीकी स्ट्रोक-रेडी अस्पताल पहुंचाना बेहद जरूरी है। समय रहते इलाज मिलने से थ्रोम्बोलाइटिक दवाएं काम कर सकती हैं, जो खून के थक्के को घोलने में मदद करती हैं।
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