विटामिन B12 शरीर के लिए बेहद जरूरी पोषक तत्व है। यह नसों को स्वस्थ रखने, दिमाग की कार्यक्षमता को बेहतर बनाने और खून में लाल कोशिकाओं के निर्माण के लिए आवश्यक है। इसकी कमी से थकान, चक्कर आना, हाथ-पैरों में झनझनाहट और कमजोरी जैसी समस्याएँ हो सकती हैं। आमतौर पर B12 का स्रोत पशु-आधारित खाद्य पदार्थ होते हैं, लेकिन कुछ फल अप्रत्यक्ष रूप से शरीर को B12 अवशोषित करने और नसों को ताकत देने में मददगार साबित हो सकते हैं।
विटामिन B12 की कमी के लक्षण
- लगातार थकान और कमजोरी
- याददाश्त कमजोर होना
- हाथ-पैरों में सुन्नपन या झनझनाहट
- एनीमिया की समस्या
- मूड स्विंग्स और डिप्रेशन के लक्षण
कौन-से फल हैं मददगार?
– केले में प्राकृतिक फोलेट और विटामिन B6 होता है, जो विटामिन B12 के साथ मिलकर नसों को ताकत देता है।
– इनमें मौजूद Vitamin C शरीर में B12 के अवशोषण को आसान बनाता है और इम्यूनिटी भी बढ़ाता है।
– सेब में भरपूर एंटीऑक्सीडेंट और फाइबर होते हैं, जो रक्त संचार सुधारते हैं और नसों को मजबूती देते हैं।
– अंगूर में मौजूद पॉलीफेनॉल और मिनरल्स तंत्रिका तंत्र को मजबूत करने में सहायक हैं।
– पपीते में Vitamin C और फोलेट होता है, जो शरीर में B12 की कार्यक्षमता को सपोर्ट करता है।
आहार संबंधी सुझाव
- फलों के साथ दूध, दही, पनीर या अंडे जैसे B12-rich foods शामिल करें।
- शाकाहारी लोग फलों के साथ-साथ फोर्टिफाइड सीरियल और सोया प्रोडक्ट्स का सेवन करें।
- जरूरत पड़ने पर डॉक्टर की सलाह से B12 सप्लीमेंट भी लिया जा सकता है।
विटामिन B12 की कमी को नज़रअंदाज़ करना सेहत के लिए खतरनाक हो सकता है। फलों के सेवन से सीधे B12 नहीं मिलेगा, लेकिन ये शरीर में इसके अवशोषण और नसों की मजबूती में अहम भूमिका निभाते हैं। सही आहार और संतुलित डाइट के साथ आप अपनी नसों को फिर से मजबूती और ऊर्जा दे सकते हैं।
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