कर्नाटक सरकार ने बेंगलुरु में IPL टीम रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) की जीत के जश्न के दौरान हुई भीषण भगदड़ को लेकर हाईकोर्ट को एक विस्तृत और गंभीर रिपोर्ट सौंपी है। इस रिपोर्ट में सरकार ने भगदड़ की पूरी जिम्मेदारी RCB पर डाल दी है। साथ ही, टीम के दिग्गज खिलाड़ी और पूर्व कप्तान विराट कोहली का नाम भी सामने आया है, जिनका वीडियो सोशल मीडिया पर इवेंट के प्रमोशन के लिए इस्तेमाल किया गया था।
सरकार का कहना है कि RCB ने इस विक्ट्री परेड के आयोजन के लिए पुलिस या प्रशासन से कोई अनुमति नहीं ली, केवल सूचना दी थी, जो कि 2009 के सुरक्षा दिशा-निर्देशों का उल्लंघन है।
रिपोर्ट में क्या आया सामने?
रिपोर्ट में कहा गया है कि 4 जून को चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर लाखों की भीड़ उमड़ पड़ी, जब RCB ने अचानक सोशल मीडिया के जरिए विक्ट्री परेड का ऐलान कर दिया। सुरक्षा प्रबंधों की भारी कमी के चलते यह भीड़ अनियंत्रित हो गई और 11 लोगों की मौत हो गई।
सरकार ने इवेंट मैनेजमेंट कंपनी डीएनए नेटवर्क प्राइवेट लिमिटेड पर भी लापरवाही का आरोप लगाया है, जिसने 3 जून को सिर्फ सूचना दी, लेकिन अनुमति नहीं ली।
विराट कोहली का नाम क्यों आया रिपोर्ट में?
सरकार ने बताया कि कोहली टीम के स्टार खिलाड़ी और चेहरा हैं। RCB ने कोहली का वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट कर इवेंट के लिए प्रचार किया, जिसमें उन्होंने फैंस से फ्री में आने की अपील की थी। इस प्रचार ने ही लाखों फैंस को आकर्षित किया और भीड़ बेकाबू हो गई।
इस पूरी घटना में न सिर्फ RCB, बल्कि कर्नाटक स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन (KSCA) को भी जिम्मेदार ठहराया गया है। हाईकोर्ट को सौंपी गई यह रिपोर्ट कई सवाल खड़े करती है — क्या एक पब्लिक इवेंट की जिम्मेदारी सिर्फ आयोजन कंपनी की है या इसके पीछे बड़े चेहरों की भी जवाबदेही बनती है?
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