By Jitendra Jangid- भारत सरकार अपने देश के नागरिकों के विकास और जीवनशैली सुधारने के लिए कई योजनाएं चलाती है, इनमें से कई पहल शिक्षा जैसी बुनियादी सेवाओं में सुधार पर केंद्रित हैं, जो एक मज़बूत और बेहतर राष्ट्र के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। भारत में, बड़ी संख्या में बच्चे सरकारी स्कूलों में पढ़ते हैं। ये स्कूल बिना किसी भेदभाव के, अमीर-गरीब सभी को शिक्षा प्रदान करते हैं। इस समस्या के समाधान के लिए, प्रधानमंत्री उभरते भारत के लिए स्कूल (पीएम श्री) योजना शुरू की गई है, आइए जानते हैं इसके बारे में पूरी डिटेल्स-

पीएम श्री योजना क्या है?
भारत सरकार द्वारा 2022 में शुरू की गई
पूर्ण रूप: पीएम स्कूल फॉर राइजिंग इंडिया (पीएम श्री)।
उद्देश्य: देश भर के 14,500 मौजूदा सरकारी स्कूलों का आधुनिकीकरण करना।
ये स्कूल राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 को लागू करते हुए आदर्श स्कूल के रूप में कार्य करेंगे।
पीएम श्री स्कूलों की मुख्य विशेषताएँ:
आधुनिक बुनियादी ढाँचा
कक्षाओं का उन्नयन किया जाएगा
सुसज्जित विज्ञान और कंप्यूटर प्रयोगशालाएँ स्थापित की जाएँगी।
वीआर हेडसेट, एआई-आधारित शिक्षण प्रणालियाँ और डिजिटल बोर्ड जैसे स्मार्ट शिक्षण उपकरण पेश किए जाएँगे।
प्रौद्योगिकी-संचालित शिक्षा
छात्रों के लिए वीडियो रिकॉर्डिंग लैब।
भाषा सीखने को बढ़ावा देने के लिए बहुभाषी पेन अनुवादक।
डिजिटल शिक्षा में सहायता के लिए ई-लर्निंग प्लेटफ़ॉर्म।
व्यावहारिक शिक्षा पर ध्यान केंद्रित
व्यावहारिक शिक्षा और विषय-वार व्यावहारिक प्रशिक्षण पर ज़ोर।
नियमित परियोजना-आधारित मूल्यांकन।
समावेशी शिक्षा
दृष्टिबाधित और दिव्यांग छात्रों के लिए विशेष बुनियादी ढाँचा और शिक्षण विधियाँ।
खेल और शारीरिक शिक्षा
शारीरिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए बेहतर खेल सुविधाएँ और खुले क्षेत्र।

बजट और वित्तपोषण
कुल बजट: 5 वर्षों के लिए ₹27,360 करोड़
केंद्र सरकार द्वारा ₹18,128 करोड़ का योगदान दिया जाएगा।
शेष धनराशि राज्य सरकारों द्वारा प्रदान की जाएगी।
किसे लाभ होगा?
इस योजना से लगभग 20 लाख छात्र सीधे लाभान्वित होंगे।
ये स्कूल सरकारी संस्थानों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए एक आदर्श मॉडल तैयार करेंगे।
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