टोक्यो, 21 अक्टूबर . जापान के Prime Minister शिगेरू इशिबा ने Tuesday को अपने पूरे मंत्रिमंडल सहित इस्तीफा दे दिया, जिससे एक साल से कुछ अधिक समय से चल रही उनकी Government का कार्यकाल समाप्त हो गया.
स्थानीय समयानुसार सुबह 9 बजे से पहले आयोजित एक आपात बैठक में सभी मंत्रियों ने अपने-अपने इस्तीफे सौंपे, जिसके बाद इशिबा मंत्रिमंडल ने औपचारिक रूप से पद छोड़ दिया.
दोपहर में जापान की संसद के दोनों सदन नई Prime Minister के चुनाव के लिए बैठक करेंगे. सत्तारूढ़ लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी (एलडीपी) की अध्यक्ष साने ताकाइची के Prime Minister चुने जाने की उम्मीद है. उन्हें जापान इनोवेशन पार्टी (इशिन नो काई) का समर्थन प्राप्त है, जिसने हाल ही में एलडीपी के साथ नया गठबंधन बनाया है. यह गठबंधन कोमेतो पार्टी के अलग होने के बाद बना है.
Prime Minister चुने जाने के बाद ताकाइची अपने मंत्रिमंडल की नियुक्तियों को अंतिम रूप देंगी. इसके बाद कैबिनेट सचिव नई टीम की घोषणा करेंगे. ताकाइची अपने कार्यभार ग्रहण करने के बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस भी करेंगी, जिसमें वे अपनी नीतियों और मंत्रियों के चयन की वजहों को बताएंगी.
स्थानीय मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, सत्तारूढ़ और विपक्षी दलों ने Friday को 21 अक्टूबर को नए Prime Minister के चुनाव पर सहमति जताई थी. यह दिन संसद के विशेष सत्र की शुरुआत के साथ मेल खा रहा है.
एलडीपी ने ओसाका स्थित दक्षिणपंथी जापान इनोवेशन पार्टी के साथ रणनीतिक गठबंधन किया है. इस गठबंधन के चलते ताकाइची के Prime Minister चुने जाने की संभावना लगभग तय मानी जा रही है, खासकर विपक्ष के बिखरे होने की वजह से.
हालांकि ताकाइची का गठबंधन संसद के दोनों सदनों में पूर्ण बहुमत से अभी दूर है. ऐसे में उनकी Government को कानून पारित कराने के लिए अन्य विपक्षी दलों का समर्थन लेना होगा, जिससे Government की स्थिरता पर सवाल उठ रहे हैं.
64 वर्षीय साने ताकाइची अपने करीबी सहयोगियों और एलडीपी के वरिष्ठ नेता तारो आसो के प्रभाव वाले नेताओं को कैबिनेट में जगह देने की संभावना रखती हैं.
ताकाइची अपने रूढ़िवादी विचारों के लिए जानी जाती हैं. उन्होंने लैंगिक समानता से जुड़ी कई प्रगतिशील सुधारों का विरोध किया है, जैसे समान-लिंग विवाह को मान्यता देना, महिलाओं को सम्राट पद के उत्तराधिकार में शामिल करना, और विवाहित दंपतियों को अलग-अलग उपनाम रखने की अनुमति देना.
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डीएससी