लखनऊ, 11 जुलाई . उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने Friday को लखनऊ विश्वविद्यालय परिसर में नवनिर्मित कौटिल्य भवन का लोकार्पण व निरीक्षण किया. इस अवसर पर उन्होंने आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को 118 कम्प्यूटर किट वितरित कर आंगनबाड़ी केंद्रों में डिजिटल सशक्तिकरण को बढ़ावा दिया.
राज्यपाल ने कहा कि विश्वविद्यालय के विद्यार्थी आंगनबाड़ी केंद्रों में जाकर बच्चों को आधारभूत डिजिटल प्रशिक्षण देना चाहिए. प्रदेश के राज्य विश्वविद्यालय उत्कृष्ट अकादमिक परंपराओं के साथ-साथ समाज सेवा की भावना से भी ओतप्रोत हैं. आंगनबाड़ी केंद्रों को कम्प्यूटर किट प्रदान करना एक दूरदर्शी एवं संवेदनशील प्रयास है, जिससे बाल विकास की आधारशिला और सशक्त होगी. डिजिटल युग में शिक्षा के क्षेत्र में तकनीकी संसाधनों की पहुंच अत्यंत आवश्यक है. विश्वविद्यालय के विद्यार्थी आंगनबाड़ी केंद्रों में जाकर कम्प्यूटर स्थापित करें तथा वहां की कार्यकत्रियों को उसका संचालन एवं उपयोग सिखाएं. विद्यार्थियों को बच्चों को भी आधारभूत डिजिटल प्रशिक्षण देना चाहिए, जिससे कम उम्र से ही तकनीक के प्रति रुचि और समझ विकसित हो सके.
उन्होंने विश्वास जताया कि कम्प्यूटर किट के माध्यम से आंगनबाड़ी केंद्रों में कार्यरत कार्यकत्रिओं को बच्चों के लिए अधिक प्रभावी एवं आधुनिक तरीकों से शिक्षा देने में सहायता मिलेगी. उन्होंने कहा कि अन्य संस्थानों को भी इससे प्रेरणा लेनी चाहिए, ताकि बाल विकास, महिला सशक्तिकरण और डिजिटल साक्षरता को नई गति मिल सके. उन्होंने कहा कि लखनऊ विश्वविद्यालय के आईटी विभाग के विद्यार्थियों को ऐसी शैक्षिक एवं प्रेरणादायक वीडियो तैयार करनी चाहिए जो संस्कार, नैतिक शिक्षा, स्वच्छता, पर्यावरण संरक्षण, स्वस्थ जीवनशैली तथा पशु-पक्षियों के प्रति संवेदनशीलता जैसे विषयों पर आधारित हों. यह वीडियो न केवल रुचिकर और बालमैत्री हों, बल्कि बच्चों के स्तर और उनके पाठ्यक्रम से भी मेल खाती हों, ताकि उन्हें आंगनबाड़ी केंद्रों में दिखाया जा सके.
उन्होंने बताया कि नोएडा क्षेत्र की आंगनबाड़ियों में इसी प्रकार की शैक्षिक वीडियो सफलतापूर्वक चलाई जा रही हैं, जो राजभवन के मार्गदर्शन में तैयार की गई थीं. उन वीडियो से बच्चे प्रेरित हो रहे हैं और शिक्षा के प्रति उनका रुझान बढ़ा है. युवा विद्यार्थी नवाचारों से प्रेरित होते हैं और उनके भीतर रचनात्मक विचारों एवं तकनीकी कौशल की अद्भुत क्षमता होती है. उनके इस ज्ञान और ऊर्जा का लाभ आंगनबाड़ी केंद्रों तक अवश्य पहुंचना चाहिए. आनंदीबेन पटेल ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के मानदंडों के अनुरूप हर वर्ग और क्षेत्र में उच्च शिक्षा की पहुंच सुनिश्चित करने के लिए, उत्तर प्रदेश में नए विश्वविद्यालयों की स्थापना की जा रही है.
अपने सीमावर्ती जनपदों के भ्रमण का उल्लेख करते हुए राज्यपाल ने बताया कि अब देश में शिक्षा, बिजली, पानी और स्वास्थ्य जैसी बुनियादी सुविधाएं उन दूरस्थ क्षेत्रों तक भी पहुंचाई जा रही हैं, जो पहले उपेक्षित थे. यह जो सरकार के समावेशी विकास के संकल्प को दर्शाता है. राज्यपाल ने कहा कि उत्तर प्रदेश में उच्च शिक्षा के क्षेत्र में क्रांतिकारी परिवर्तन हो रहा है. प्रदेश के 18 विश्वविद्यालयों को नैक से ग्रेडिंग प्राप्त हुई है तथा कई विश्वविद्यालय एनआईआरएफ रैंकिंग में बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं. इसके अतिरिक्त राज्य के कई विश्वविद्यालय अब विश्वस्तरीय रैंकिंग की ओर अग्रसर हैं.
राज्यपाल पटेल ने ’ऑपरेशन सिंदूर’ का उल्लेख करते हुए कहा कि राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय गुजरात के विद्यार्थियों ने उसमें जो साहसिक और अभिनव कार्य किया है, वह अत्यंत प्रेरणादायक और अनुकरणीय है. उन्होंने कहा कि युवाओं को इसी प्रकार तैयार करना हमारी शिक्षा व्यवस्था की प्राथमिकता होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में 6 डिफेंस कॉरिडोर की स्थापना की जा रही है, जिससे रक्षा उत्पादन को गति मिलेगी. लखनऊ में अब ’ब्रह्मोस’ जैसे उन्नत मिसाइल सिस्टम का निर्माण हो रहा है, जो इस बात का प्रमाण है कि भारत ने अब क्वालिटी टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में भी उल्लेखनीय प्रगति की है.
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विकेटी/डीएससी
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