New Delhi, 6 अक्टूबर . दिल्ली के आउटर-नॉर्थ जिले की साइबर क्राइम Police ने एक बड़े फर्जी स्टॉक ट्रेडिंग घोटाले का भंडाफोड़ करते हुए Gujarat से दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों ने भोले-भाले लोगों को शेयर बाजार में ऊंचे मुनाफे का लालच देकर ठगा.
इस घोटाले में एक पीड़ित से 11.20 लाख रुपए की ठगी की गई. Police ने आरोपियों के पास से दो मोबाइल फोन, एक पासबुक, दो डेबिट कार्ड और एक चेकबुक बरामद की है.
13 मई 2025 को एनसीआरपी पोर्टल पर एक शिकायत दर्ज की गई. शिकायतकर्ता ने बताया कि उन्हें फेसबुक ग्रुप के जरिए ब्लिंकएक्समैक्स नामक फर्जी ट्रेडिंग ऐप पर निवेश के लिए लुभाया गया. 5-10 फीसदी दैनिक मुनाफे का झांसा देकर फर्जी स्क्रीनशॉट दिखाए गए. इसके बाद उनसे 11.20 लाख रुपए ठग लिए गए.
शिकायत के आधार पर आउटर-नॉर्थ साइबर Police ने First Information Report दर्ज की और जांच शुरू की. मामले की गंभीरता को देखते हुए डीसीपी हरेश्वर स्वामी और संयुक्त Police आयुक्त विजय सिंह के मार्गदर्शन में इंस्पेक्टर गोविंद सिंह के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई. इसमें सब-इंस्पेक्टर अमित अहलावत, हेड constable रमन सिंह, मंदीप और पवन शामिल थे.
टीम ने तकनीकी जांच और डिजिटल साक्ष्यों के आधार पर Gujarat के साबरकांठा जिले के गढ़ा गांव में छापेमारी की. वहां से दो आरोपियों, जाबिर हुसैन (38) और माज अरोदिया (30) को गिरफ्तार किया गया.
Police जांच में पता चला कि आरोपियों ने फर्जी ट्रेडिंग ऐप बनाकर social media के जरिए लोगों को लुभाया. पीड़ितों का भरोसा जीतने के बाद उन्हें फर्जी बैंक खातों में पैसे जमा करने को कहा गया.
ठगी की रकम को कई खातों में बांटकर Gujarat और Maharashtra के खातों में ट्रांसफर किया गया. जांच में इन खातों का संबंध एनसीआरपी पोर्टल पर दर्ज तीन अन्य शिकायतों से भी जुड़ा, जो एक अंतरराज्यीय साइबर अपराध नेटवर्क की ओर इशारा करता है. Police ने लोगों से अपील की है कि वे अनजान ऐप्स या social media लिंक के जरिए निवेश न करें.
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एसएचके/वीसी
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