चंडीगढ़, 15 अक्टूबर . पिछले सप्ताह चंडीगढ़ में आत्महत्या करने वाले 2001 बैच के भारतीय Police सेवा (आईपीएस) अधिकारी वाई. पूरन कुमार के परिवार ने घटना के नौवें दिन पोस्टमार्टम के लिए सहमति दे दी है. अधिकारियों ने बताया कि अधिकारी का अंतिम संस्कार शाम लगभग 4 बजे चंडीगढ़ श्मशान घाट पर किया जाएगा.
Police ने बताया कि अतिरिक्त Police महानिदेशक पूरन कुमार ने अपनी सर्विस पिस्तौल से खुद को गोली मार ली और उनकी मौके पर ही मौत हो गई. अधिकारी ने नौ पन्नों का एक ‘अंतिम नोट’ छोड़ा है जिसमें 15 वर्तमान और पूर्व अधिकारियों के नाम हैं, जिससे राज्य Police के शीर्ष अधिकारी जातिवाद और पक्षपात के आरोपों के घेरे में आ गए हैं.
इस घटना में एक नया मोड़ तब आया जब Haryana Police के एक सहायक उप-निरीक्षक को गोली लगने से मृत पाया गया, साथ ही एक कथित सुसाइड नोट भी मिला जिसमें दिवंगत पूरन कुमार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया गया था.
Haryana के डीजीपी शत्रुजीत कपूर को पूरन कुमार की आत्महत्या से जुड़े विवाद के बीच छुट्टी पर भेजे जाने के कुछ ही घंटों बाद, ओम प्रकाश सिंह को Tuesday को Police महानिदेशक का अतिरिक्त प्रभार सौंप दिया गया. कुमार के परिवार द्वारा उन्हें (पूरन कुमार को) परेशान करने के आरोप में उनके और अन्य अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग के बीच Government ने राज्य के डीजीपी कपूर को छुट्टी पर भेज दिया था.
पूरन कुमार की पत्नी और राज्य की वरिष्ठ आईएएस अधिकारी अमनीत पी. कुमार और Government के बीच डीजीपी कपूर और रोहतक के बर्खास्त Police अधीक्षक नरेंद्र बिजारनिया की गिरफ्तारी की मांग को लेकर एक हफ्ते से भी अधिक समय से गतिरोध जारी था.
Lok Sabha में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने इसे एक दुखद और संवेदनशील मामला बताते हुए Tuesday को Prime Minister Narendra Modi और Haryana के Chief Minister नायब सिंह सैनी के परिवार से किए गए वादों को पूरा करने की अपील की. उन्होंने Haryana के आईपीएस अधिकारी वाई. पूरन कुमार के साथ जाति-आधारित भेदभाव के लिए जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने का आग्रह किया, जिन्होंने 7 अक्टूबर को चंडीगढ़ में आत्महत्या कर ली थी.
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एससीएच/एएस
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