ग्रेटर नोएडा, 9 अक्टूबर . सिंगल यूज प्लास्टिक के इस्तेमाल पर पूरी तरह रोक लगाने के लिए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण लगातार अभियान चला रहा है. इसी क्रम में प्राधिकरण के स्वास्थ्य विभाग की टीम ने Thursday को एसीईओ श्रीलक्ष्मी वीएस के निर्देश पर सेक्टर पी-2 के शॉपिंग कॉम्प्लेक्स में निरीक्षण अभियान चलाया.
इस दौरान टीम ने विभिन्न दुकानों, रेस्टोरेंट्स, ढाबों, किराना स्टोर्स और वाइन शॉप्स पर जाकर सिंगल यूज प्लास्टिक और पॉलिथीन के उपयोग की जांच की. निरीक्षण के दौरान कई स्थानों पर सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग होता पाया गया, जिसके बाद टीम ने मौके से लगभग 20 किलोग्राम प्लास्टिक सामग्री जब्त की. साथ ही दुकानदारों को चेतावनी देते हुए कहा गया कि आगे से इस तरह की सामग्री का प्रयोग करते पाए जाने पर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
अधिकारियों ने दुकानदारों और ग्राहकों दोनों को प्लास्टिक के दुष्प्रभावों के बारे में जानकारी दी और उन्हें वैकल्पिक पर्यावरण अनुकूल विकल्प अपनाने के लिए प्रेरित किया. प्राधिकरण के अधिकारियों ने बताया कि सिंगल यूज प्लास्टिक पर्यावरण के लिए गंभीर खतरा है. यह न केवल भूमि और जल स्रोतों को प्रदूषित करता है, बल्कि जानवरों और पक्षियों के लिए भी घातक सिद्ध होता है.
उन्होंने कहा कि ग्रेटर नोएडा को स्वच्छ और हरित शहर बनाने की दिशा में ऐसे अभियान निरंतर चलाए जाएंगे. स्वास्थ्य विभाग के निरीक्षक सतीश अधाना, सुपरवाइजर तथा प्राधिकरण के सुरक्षा कर्मियों की उपस्थिति में यह अभियान सफलतापूर्वक संपन्न हुआ.
अधिकारियों ने बताया कि आने वाले दिनों में अन्य सेक्टरों और बाजारों में भी इसी तरह के निरीक्षण अभियान चलाए जाएंगे, ताकि सिंगल यूज प्लास्टिक के प्रयोग को पूरी तरह समाप्त किया जा सके. ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने आम नागरिकों से भी अपील की है कि वे प्लास्टिक के स्थान पर कपड़े, जूट या पेपर बैग का उपयोग करें और पर्यावरण संरक्षण में अपनी जिम्मेदारी निभाएं. इस तरह के सामूहिक प्रयासों से ही शहर को प्लास्टिक मुक्त बनाया जा सकता है.
–
पीकेटी/डीकेपी
You may also like
सिवनीः संदिग्ध आचरण पर 9 पुलिसकर्मी निलंबित
राजगढ़ः दो महिलाओं की मौत के मामले में आरोपित कार चालक को सात साल की सजा
अनूपपुर: ट्रेलर की टक्कर से बाइक सवार की मौत, शव रख ग्रामीणों ने किया सड़क जाम
तालिबान के विदेश मंत्री भारत यात्रा पर, द्विपक्षीय और क्षेत्रीय सुरक्षा पर चर्चा संभव
आदिवासियों की सांस्कृतिक समृद्धि का प्रतीक है मुड़मा मेला : मंत्री