गयाजी, 19 अक्टूबर . बिहार के गया जिले की जिला परिषद अध्यक्ष और कांग्रेस नेत्री नैना कुमारी ने बिहार कांग्रेस संगठन पर टिकट वितरण को लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि टिकट वितरण की प्रक्रिया में राहुल गांधी के विजन और सामाजिक न्याय के सिद्धांतों के साथ खुला विश्वासघात किया गया है.
नैना कुमारी ने मांग की है कि इस पूरे प्रकरण की तत्काल समीक्षा कर मगध की धरती पर सामाजिक संतुलन बहाल किया जाए.
नैना कुमारी ने कहा कि मगध क्षेत्र में गठबंधन के तहत मिली 60 सीटों में से मात्र 6 सीटें सामान्य वर्ग को और एक सीट आरक्षित वर्ग को दी गई हैं. यह निर्णय न केवल असंतुलित है, बल्कि कांग्रेस की मूल विचारधारा और सामाजिक न्याय के सिद्धांतों के खिलाफ है.
उन्होंने आरोप लगाया कि टिकट वितरण में हर तरह की धांधली की गई है, जिससे राहुल गांधी की समाज के अंतिम व्यक्ति तक न्याय पहुंचाने की सोच को ठेस पहुंची है. राहुल गांधी ने कहा था कि महिलाओं, पिछड़े वर्गों, अति पिछड़े वर्गों और अल्पसंख्यकों को मुख्यधारा में लाया जाना चाहिए. उसी तरह, मैं भी अति पिछड़े समुदाय की एक महिला हूँ. मेरा जो हिस्सा होना चाहिए था, वह मुझे न देकर किसी और को दे दिया गया. यह हमारे लिए बहुत अपमान और दुःख की बात है.
उन्होंने बिहार कांग्रेस के कुछ नेताओं पर पक्षपातपूर्ण रवैये का आरोप लगाया. नैना कुमारी ने कहा कि कई नेताओं ने टिकट वितरण में निजी स्वार्थों को प्राथमिकता दी और राहुल गांधी की नीतियों को दरकिनार किया.
उन्होंने कहा, “राहुल गांधी हमेशा दलित, पिछड़े और अल्पसंख्यक वर्गों के सशक्तीकरण की बात करते हैं, लेकिन बिहार में उनके नाम पर राजनीति करने वाले कुछ नेता उनकी विचारधारा का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं. यह न केवल राहुल गांधी के साथ विश्वासघात है, बल्कि लाखों कार्यकर्ताओं की मेहनत और निष्ठा के साथ भी धोखा है.”
नैना कुमारी ने आगे कहा कि जननेता राहुल गांधी में आस्था रखने वाले समर्थकों, कार्यकर्ताओं और कांग्रेस परिवार के सदस्यों में आज गहरा दुःख और आक्रोश है. बिहार में कुछ संगठनात्मक नेताओं ने राहुल गांधी के दृष्टिकोण, विचारों और जनहित के कार्यों के साथ खुलेआम विश्वासघात किया है. मगध की धरती जहां न्याय, समानता और निष्पक्षता की आवाज हमेशा से बुलंद रही है, वहां गठबंधन के तहत 7 में से 6 सीटें एक ही समुदाय को और केवल 1 सीट वंचित वर्ग को आवंटित करना न केवल असंतुलित है, बल्कि कांग्रेस विचारधारा के मूल सिद्धांतों के भी खिलाफ है.
नैना कुमारी ने कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व से अपील की है कि टिकट वितरण की प्रक्रिया की तत्काल समीक्षा की जाए.
उन्होंने कहा कि मगध की धरती, जो सामाजिक समरसता और समावेशी विकास की प्रतीक रही है, वहां कांग्रेस की छवि को बचाने के लिए त्वरित कदम उठाए जाने चाहिए. अगर समय रहते इस मुद्दे पर ध्यान नहीं दिया गया, तो इसका असर न केवल बिहार में पार्टी की स्थिति पर पड़ेगा, बल्कि कार्यकर्ताओं का मनोबल भी टूटेगा.
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एकेएस/एएस
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