अगर आपको कमर दर्द, थकान या रीढ़ की हड्डी से जुड़ी दिक्कतें रहती हैं, तो ये आर्टिकल आपके लिए बेहद फायदेमंद है. यहां बताया गया है कि पैरों के नीचे तकिया रखकर सोने जैसी आसान आदत कैसे आपकी हेल्थ में बड़ा बदलाव ला सकती है.
आजकल की दौड़-भाग वाली ज़िंदगी में ज्यादातर लोग कमर दर्द, थकान या रीढ़ की हड्डी से जुड़ी परेशानियों से जूझ रहे हैं. बहुत बार हम महंगी दवाएं या थेरेपी लेते हैं, लेकिन अपनी सोने की आदतों पर ध्यान नहीं देते. एक छोटी सी आदत जैसे पैरों के नीचे तकिया रखकर सोना, आपकी रीढ़ की हड्डी को बेहतर सपोर्ट दे सकती है और आपको सुबह तरोताज़ा महसूस करने में मदद कर सकती है. यह आदत सुनने में मामूली लगती है, लेकिन इसके फायदे बहुत गहरे हैं.
जब हम पीठ के बल सीधे सोते हैं और घुटनों के नीचे तकिया रखते हैं, तो रीढ़ की हड्डी को प्राकृतिक शेप में सपोर्ट मिलता है. आमतौर पर बिना सपोर्ट के लेटने से पीठ के निचले हिस्से (lower back) में तनाव आता है, जिससे दर्द या अकड़न हो सकती है. लेकिन तकिया से मिलने वाला हल्का सा उठाव रीढ़ को संतुलन में रखता है और कमर पर दबाव कम करता है. इससे ना केवल रीढ़ की सेहत सुधरती है बल्कि पीठ दर्द की संभावना भी घटती है.
वैरिकोज़ वेन्स जैसी समस्याओं के लिए भी राहतदायक
मैक्स अस्पताल में आर्थोपैडिक विभाग में यूनिट हैड डॉ. अखिलेश यादव कहते हैं कि पैरों के नीचे तकिया खासतौर पर घुटनों के नीचे तकिया रखतर सोना फायदेमंद है. जब आप पैरों को थोड़ा ऊंचा रखते हैं, तो शरीर में ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है. खासकर दिनभर खड़े रहने या चलने के कारण पैरों में जो सूजन या भारीपन आ जाता है, वो धीरे-धीरे कम होने लगता है. ये तरीका वैरिकोज़ वेन्स, पैरों की थकान और पैरों में जलन जैसी समस्याओं के लिए भी राहतदायक होता है. ब्लड फ्लो सही रहने से शरीर को भी आराम मिलता है और दिल पर भी ज़्यादा दबाव नहीं पड़ता.
मांसपेशियां रात भर रिलैक्स रहती हैं
जो लोग स्लिप डिस्क, स्पोंडिलाइटिस या रीढ़ की हड्डी से जुड़ी दूसरी परेशानियों से जूझ रहे हैं, उनके लिए डॉक्टर्स भी पैर या घुटनों के नीचे तकिया रखने की सलाह देते हैं. इससे रीढ़ पर तनाव नहीं पड़ता और शरीर की मांसपेशियां रात भर रिलैक्स रहती हैं. यह पोजिशन खासकर साइड लेटकर सोने वालों के लिए भी फायदेमंद होती है, जहां तकिया को दोनों पैरों के बीच रखने से हिप्स और रीढ़ एक सीध में रहते हैं.
हल्का, नरम तकिया लगाएं
ध्यान देने वाली बात ये है कि तकिया बहुत ऊंचा या बहुत सख्त नहीं होना चाहिए. एक हल्का, नरम और शरीर को सपोर्ट देने वाला तकिया सबसे सही रहता है. तकिया की ऊंचाई इतनी होनी चाहिए कि वह घुटनों के नीचे आकर हल्का उठाव दे सके, जिससे कमर और रीढ़ पर आराम मिले.
नींद और शरीर दोनों को आराम
निष्कर्ष ये है कि अगर आप बिना दवा के अपनी रीढ़ की सेहत सुधारना चाहते हैं, पैरों की थकान कम करना चाहते हैं और नींद को आरामदायक बनाना चाहते हैं तो पैरों के नीचे तकिया रखकर सोना आज़माकर देखें. यह आसान सा घरेलू तरीका आपकी नींद और शरीर दोनों को नई राहत दे सकता है.
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