Next Story
Newszop

'भारतीय टीम को नहीं बुमराह को बदलना होगा' जसप्रीत के वर्कलोड को लेकर संजय मांजरेकर

Send Push
Sanjay Manjrekar and Jasprit Bumrah (Image Credit Twitter X)

भारत बनाम इंग्लैंड की सीरीज ड्रॉ पर खत्म हो चुकी है, जिसके बाद जसप्रीत बुमराह को लेकर काफी चर्चाएं हो रही हैं। इसी विषय पर पूर्व भारतीय क्रिकेटर और कॉमेंटेटर संजय मांजरेकर ने बुमराह के वर्कलोड मैनेजमेंट पर सुझाव दिया।

5 मैच की टेस्ट सीरीज में बुमराह ने केवल 3 मैच ही खेले थे और आखिरी मुकाबले में, जो एक निर्णायक मुकाबला था, वहां बुमराह को न देखकर फैंस काफी नाराज हुए। जिसके बाद से हर जगह बुमराह के वर्कलोड को लेकर बात हो रही है कि आखिरकार कब तक बुमराह को टेस्ट से बाहर रखा जाएगा।

बुमराह के बिना दो टेस्ट मैच जीता भारत

भारत ने इस श्रृंखला में 2 ही मैच जीते थे और उन दोनों ही मैचों में बुमराह नहीं खेले थे, जिस पर मांजरेकर ने कहा…”हम चाहे कितनी भी कोशिश कर लें, खेल हमें हमेशा आईना दिखाएगा। यह काव्यात्मक न्याय था कि भारत ने जो दो टेस्ट जीते, वे दो मैच बुमराह ने नहीं खेले थे।” हिंदुस्तान टाइम्स के लिए लिखे कॉलम में मांजरेकर ने लिखा “इससे भारतीय चयनकर्ताओं को बड़े नाम वाले खिलाड़ियों के चयन में कड़े फैसले लेने का साहस मिलेगा।

यह सीरीज उनके लिए और हमारे लिए भी एक बड़ा सबक रही है। भारत ने जो दो टेस्ट जीत हासिल कीं, उनमें विराट (कोहली), (चेतेश्वर) पुजारा, रोहित (शर्मा), (मोहम्मद) शमी और बुमराह शामिल नहीं थे! इसने हमें खेल और जीवन के शाश्वत सत्य की याद दिला दी कि कोई भी, चाहे वह कितना भी महान क्यों न हो, अपरिहार्य नहीं है। और भारत को बुमराह से इसी तरह निपटना चाहिए।”

मांजरेकर ने कहा कि अब समय आ गया है कि बुमराह को अपनी फिटनेस को बढ़ाना होगा अगर वह लंबे समय तक टेस्ट क्रिकेट खेलना चाहते हैं। भारतीय क्रिकेट को नहीं बल्कि जसप्रीत बुमराह को भारतीय क्रिकेट के अनुसार खुद को बदलना होगा।

जिसके लिए उन्हें अपनी फिटनेस से जुड़े कुछ कड़े फैसले लेने होंगे, क्योंकि कोई भी खिलाड़ी अपनी फिटनेस को जितना चाहे उतना बढ़ा सकता है। बुमराह से पहले भी ऐसे कई गेंदबाज आए हैं जिन्होंने यह कारनामा किया है।

Loving Newspoint? Download the app now