बीकानेर के जयमलसर में देश का पहला बालिका सैनिक स्कूल शुरू होने जा रहा है। भारत सरकार की योजना के तहत, यह अनोखा स्कूल 108 करोड़ रुपये की लागत से बनेगा। इसमें कक्षा 6 और 9 में 80 छात्राओं को प्रवेश मिलेगा। यह स्कूल पूरी तरह से आवासीय होगा और चित्तौड़गढ़ के सैनिक स्कूल की तर्ज पर संचालित होगा। आपको बता दें कि बीकानेर के समाजसेवी और कोलकाता निवासी पूनमचंद राठी ने अपने माता-पिता स्वर्गीय रामीदेवी और रामनारायण राठी की स्मृति में राजस्थान शिक्षा विभाग को 108 करोड़ रुपये की संपत्ति (भूमि और भवन) दान की है।
प्रवेश और परीक्षा प्रक्रिया
स्कूल में प्रवेश के लिए आवेदन जनवरी 2026 में शुरू होंगे। प्रवेश परीक्षा अप्रैल 2026 में होगी और परिणाम मई में घोषित किए जाएँगे। नया शैक्षणिक सत्र 1 जुलाई 2026 से शुरू होगा। सभी कक्षाओं में विज्ञान संकाय पढ़ाया जाएगा और परीक्षाएँ राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा आयोजित की जाएँगी।
पूर्व सैन्य अधिकारियों की नियुक्ति की जाएगी
इस स्कूल का संचालन सेवानिवृत्त सैन्य अधिकारियों द्वारा किया जाएगा। पूर्व सैन्य अधिकारियों को प्रधानाचार्य और छात्रावास वार्डन के रूप में नियुक्त किया जाएगा, जबकि अन्य स्टाफ राज्य सरकार के कर्मचारियों से लिया जाएगा।
राजस्थान के अन्य सैन्य स्कूल
राजस्थान में कुल 9 सैन्य स्कूल खोले जाएँगे। इनमें कोटा, जैसलमेर, अजमेर, भरतपुर, अलवर, जयपुर और उदयपुर में बालिका सैन्य स्कूल शामिल होंगे। गंगानगर के मिर्जावाला में एक सामान्य सैन्य स्कूल बनाया जाएगा। कोटा में 42 हेक्टेयर, जैसलमेर में 30 एकड़, अजमेर में 30 एकड़ और भरतपुर में 12 हेक्टेयर भूमि आवंटित की गई है। अलवर में पीपीपी मॉडल और सांसद निधि से एक स्कूल बनाया जाएगा।
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