लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने गुरुवार को अपने कोटा दौरे के दौरान शहर के विभिन्न इलाकों का निरीक्षण किया। उन्होंने विशेष रूप से रामगंज मंडी और आसपास के क्षेत्रों में जलभराव की स्थिति का जायजा लिया। इसके बाद, ओम बिरला ने कोटा में प्रशासनिक अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की, जिसमें जिला कलेक्टर, शहर पुलिस अधीक्षक, और अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
कोटा में जलभराव के बाद ओम बिरला के निर्देशलोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने बैठक के दौरान जलभराव और वर्षाजनित घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए कड़ा निर्देश दिया। उन्होंने कोटा जिले के निमोदा हरि जी के पास चंबल नदी में छह लोगों के बह जाने की घटना का उल्लेख करते हुए कहा कि ऐसी दुखद घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएं।
राहत एवं बचाव कार्यों के लिए आवश्यक संसाधनओम बिरला ने प्रशासन से यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया कि वर्षाजनित दुर्घटनाओं की आशंका वाले क्षेत्रों में राहत और बचाव दल पूरी तैयारी के साथ तैनात हों। इन दलों को नाव, प्रशिक्षित गोताखोर, रस्सी, टॉर्च और अन्य आवश्यक उपकरणों से लैस किया जाए। इसके अलावा, आपात स्थिति में आवश्यक होने पर हेलीकॉप्टर की व्यवस्था भी की जाए, ताकि किसी भी प्रकार की आपदा का शीघ्र समाधान हो सके।
अधिकारियों से किया यह आग्रहओम बिरला ने अधिकारियों से अपील की कि कोटा में लगातार हो रही बारिश और जलभराव की स्थिति को लेकर सुरक्षा के सभी उपाय सुनिश्चित किए जाएं। उन्होंने यह भी कहा कि राहत कार्यों में सभी एजेंसियों को मिलकर काम करना होगा और इस संबंध में किसी भी प्रकार की कोताही नहीं बरती जानी चाहिए।
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