बीकानेर के लूणकरणसर कस्बे की हनुमान नगर कॉलोनी स्थित भवानी टेंट हाउस के गोदाम में भीषण आग लगने से भारी नुकसान हुआ है। आशंका है कि करीब एक करोड़ रुपए का सामान जलकर राख हो गया। आग गुरुवार दोपहर लगी थी। कस्बे में दमकल की गाड़ी न होने से पानी के टैंकरों से आग बुझानी पड़ी। गोदाम में अचानक आग लग गई, जिसकी सूचना आसपास के मजदूरों व लोगों को मिली और उन्होंने आग बुझाने का प्रयास किया। हालांकि आग तेजी से फैलने लगी। डेढ़ घंटे बाद पहला टैंकर पानी लेकर मौके पर पहुंचा, लेकिन तब तक आग बेकाबू हो चुकी थी। आग इतनी भयानक थी कि इसकी लपटों ने आसपास के घरों को भी अपनी चपेट में ले लिया।
5 टैंकरों ने चालीस बार पानी डाला
आग की भयावहता को देखते हुए क्षेत्र के युवाओं ने 5 टैंकर बुलाकर मोर्चा संभाला। सभी ने रात 8 बजे तक 40 से अधिक चक्कर लगा लिए थे। देर रात तक टेंट हाउस से धुआं निकल रहा था। टेंट में ज्यादातर सामान कपड़े का था, इसलिए आग की लपटें रुक-रुककर बढ़ती रहीं। 5 ट्रैक्टर टैंकरों ने कई घंटों की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।
मौके पर मौजूद रहे अधिकारी व पुलिस
आग की सूचना मिलने पर पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और हालात का जायजा लिया। लूणकरणसर तहसीलदार विनोद पूनिया व नगरपालिका अधिशासी अधिकारी किशोर चौधरी राहत व बचाव कार्यों की निगरानी में जुटे रहे। पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था संभाली और भीड़ को नियंत्रित करने में अहम भूमिका निभाई।
गोदाम में रखा सामान जलकर राख हो गया
भवानी टेंट हाउस के मालिक छगनलाल गोदारा ने बताया- इस हादसे में गोदाम में रखा सामान पूरी तरह जलकर राख हो गया। आग में स्टील व प्लास्टिक की कुर्सियां, सोफा सेट, जनरेटर, कालीन रोल, कूलर, पंखे, बांस, लाइटिंग का सामान व डिस्प्ले काउंटर जलकर राख हो गए। इसके अलावा पंडाल के पाइप, स्टेज सेट, ऊपरी छत, पर्दे, सादे टेंट के पर्दे, फैंसी फर्नीचर, बेड, इटालियन फर्नीचर, कृत्रिम फूल, केबल, झालर, बैंड शीट, फाइबर रजाई, कुर्सी कवर, टेबल और बिस्तर सेट भी आग में पूरी तरह से नष्ट हो गए।
इन लोगों ने दिखाई हिम्मत
टेंट हाउस में आग की लपटें देखकर विनोद खीचड़, विनोद पूनिया, अमरचंद ढाका, महिपाल सिंह आदि ने गोदाम का सेंटर गेट खोला और आग से कुछ सामान सुरक्षित बाहर निकालने में सफल रहे।
दो दिन पहले ही कुछ सामान आया था
टेंट मालिक छगनलाल गोदारा ने बताया कि शादी के सीजन के चलते कल दस लाख रुपए का नया माल आया था। वह आग से नष्ट हो गया। हमारे टेंट का करीब 80 लाख से एक करोड़ रुपए का सारा सामान आग में जल गया है।
आग बुझाने के लिए दीवार तोड़नी पड़ी गोदाम बड़ा होने और आग की लपटें तेज होने के कारण गोदाम की दो तरफ से दीवारें तोड़कर और टैंकरों के पाइप से गोदाम में पानी डालकर आग पर काबू पाया गया। दमकल की कमी खल रही लूणकरणसर कस्बे में हर साल आग लगने से करोड़ों रुपए का नुकसान होता है, लेकिन पुलिस, प्रशासन, व्यापार मंडल आदि ने कभी आग पर काबू पाने के लिए संसाधन जुटाने की कोशिश तक नहीं की। अगर दमकल होती तो कम समय में आग पर काबू पाया जा सकता था।
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