राजस्थान में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) की लगातार कार्रवाई के बावजूद भ्रष्टाचार का खेल जारी है। एसीबी को लगातार लोगों की शिकायतें मिल रही हैं। इन शिकायतों पर त्वरित कार्रवाई भी की जा रही है। लेकिन इसके बावजूद कर्मचारी और अधिकारी अपनी भ्रष्टाचार की दुकान बंद करने को तैयार नहीं हैं। जबकि सीएम भजनलाल शर्मा ने भी एसीबी को कार्रवाई करने की पूरी छूट दे रखी है। एसीबी की कार्रवाई का ताजा मामला दौसा से आया है, जहां एक प्रिंसिपल को रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा गया है। बताया जा रहा है कि एसीबी ने दौसा में छापेमारी की है। जहां ओम शिव महिला शिक्षा प्रशिक्षण महाविद्यालय के प्रिंसिपल राकेश कुमार चौबे को 5000 रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है।
6000 रुपये की रिश्वत मांगी गई थी
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक स्मिता श्रीवास्तव ने बताया कि 1 जुलाई 2025 को एसीबी चौकी दौसा को एक शिकायत दी गई थी। प्रैक्टिकल में अच्छे अंक देने और उपस्थिति पूरी करने की एवज में 6000 रुपये की रिश्वत मांगी थी। शिकायत के बाद सत्यापन कराया गया तो 6000 रुपये की मांग पर प्रिंसिपल ने 5000 रुपये में सौदा तय कर लिया था।
इसके बाद एसीबी की टीम ने प्रिंसिपल राकेश कुमार चौबे को रंगे हाथों पकड़ने के लिए जाल बिछाया। एसीबी चौकी दौसा नवल किशोर पुलिस उपाधीक्षक रमेश चंद पुलिस निरीक्षक के नेतृत्व में शुक्रवार को ट्रैप कार्रवाई करते हुए आरोपी राकेश कुमार चौबे को 5000 रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया गया। अब पुलिस ने इस मामले में आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है। आरोपी से पूछताछ की जा रही है और मामले में अन्य अधिकारियों की संलिप्तता के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है।
You may also like
कानपुर में 39 केंद्रों में 65280 परीक्षार्थियों ने दी आरओ-एआरओ परीक्षा
पीएम के मन की बात करोड़ों भारतीयों की दिल की धड़कन:प्रवीण
सिंधारा कार्यक्रम के बहाने सावन की हरियाली में खिला सांस्कृतिक सौंदर्य
आईटी सेक्टर के इस मिडकैप स्टॉक में LIC की भी हिस्सेदारी, अमेरिका की कंपनी के साथ साइन की एक बड़ी डील
बथुए के पत्तोंˈ में छुपा है चमत्कारी इलाज. कैंसर की गाँठ, लिवर की सूजन और पथरी जैसे 20 गंभीर रोगों को जड़ से खत्म कर सकता है ये देसी नुस्खा