पट्टी रजिस्ट्रार कार्यालय में 21 जुलाई को जमीन के बैनामे को लेकर हुए गोलीकांड और हंगामे के बाद बाबा बेलखरनाथ ब्लॉक प्रमुख सुशील सिंह की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। घटना के बाद जिस ऑडी कार से प्रमुख फरार हुए थे, उसे बरामद करने के लिए पट्टी पुलिस ने न्यायालय की अनुमति लेकर दो दिनों तक रिमांड पर लिया।
पुलिस ने बुधवार को सुशील सिंह को लेकर लखनऊ रवाना कर दिया। अधिकारियों के मुताबिक, रिमांड के दौरान आरोपी से कार, घटना की पूरी परिस्थितियों और अपराध में शामिल अन्य लोगों के बारे में गहन पूछताछ की जाएगी। इस पूछताछ से पूरे मामले में नए खुलासे होने की उम्मीद जताई जा रही है।
स्थानीय लोगों ने बताया कि घटना के दिन ब्लॉक प्रमुख सुशील सिंह ने रजिस्ट्रार कार्यालय में गोली चलाई थी। इस गोलीकांड का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जिसमें प्रमुख को गोली चलाते हुए देखा जा सकता था। वीडियो वायरल होने के बाद सोशल मीडिया और स्थानीय लोगों में चर्चा का विषय बन गया।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि आरोपी की ऑडी कार को छिपाकर रखने की जानकारी मिलने के बाद उसे बरामद करने के लिए विशेष कार्रवाई की गई। आरोपी की निशानदेही पर कार बरामद की गई और इसे सबूत के रूप में जब्त कर लिया गया। पुलिस ने कहा कि रिमांड के दौरान आरोपी से पूछताछ जारी है और उसके अपराध में शामिल अन्य लोगों की पहचान भी की जा रही है।
विशेषज्ञों का कहना है कि सार्वजनिक स्थान पर गोलीकांड जैसी घटनाएं समाज के लिए गंभीर खतरा हैं। उन्होंने कहा कि अपराधियों को कानून के शिकंजे में लाने के लिए पुलिस की सक्रियता और न्यायालय का सहयोग बेहद महत्वपूर्ण है। सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने से घटना की गंभीरता और बढ़ गई थी, जिससे पुलिस और प्रशासन के लिए दबाव भी बढ़ा।
स्थानीय लोगों ने पुलिस की कार्रवाई की सराहना की। उनका कहना है कि अगर समय रहते कार्रवाई नहीं होती तो आरोपी लंबे समय तक बच सकता था। पुलिस ने जनता से अपील की है कि किसी भी संदिग्ध गतिविधि या अपराध की जानकारी तुरंत अधिकारियों को दें, ताकि ऐसे मामलों में त्वरित कार्रवाई हो सके।
पट्टी पुलिस ने कहा कि सुशील सिंह के खिलाफ भारतीय दंड संहिता और अन्य संबंधित धाराओं के तहत कार्रवाई की जा रही है। अधिकारियों ने यह भी कहा कि मामले की गहन जांच जारी है और आरोपी के अपराध में शामिल अन्य लोगों को भी जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।
इस घटना ने यह स्पष्ट कर दिया है कि अपराधियों को कानून के खिलाफ कोई छूट नहीं है। पुलिस और प्रशासन मिलकर ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई कर रहे हैं ताकि कानून व्यवस्था को बनाए रखा जा सके।
पट्टी में जमीन के विवाद और गोलीकांड जैसी घटनाओं ने न केवल प्रशासन को सक्रिय किया है, बल्कि स्थानीय जनता को भी कानून और सुरक्षा व्यवस्था की गंभीरता का एहसास कराया है।
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