राजस्थान में उपचुनाव के दौरान एसडीएम थप्पड़ कांड और समरवता गांव में हुए उपद्रव में जेल में बंद नरेश मीना की रिहाई के मामले में एक बार फिर मंत्री किरोड़ी लाल मीना का बयान सामने आया है। इस बार बाबा ने नरेश को अपना समर्थन दिया है। मंत्री ने कहा कि अगर मेरी जरूरत पड़ी तो मैं काम आऊंगा। एसडीएम थप्पड़ कांड में नरेश मीना को जमानत मिल गई है। 7 महीने से ज्यादा समय से जेल में बंद नरेश मीना अभी भी जेल से बाहर नहीं आ पाएंगे। क्योंकि समरवता हिंसा मामले में उनके खिलाफ नगरफोर्ट थाने में एफआईआर भी दर्ज हो चुकी है।
'मुख्यमंत्री से फिर मिलूंगा'
मंत्री किरोड़ी मीना ने कहा कि जो मामला कोर्ट में है, उस पर बयान देना मेरा अधिकार नहीं है। मुख्यमंत्री ने गिरफ्तार व्यक्ति को रिहा करने के लिए नहीं कहा होगा। अगर उन्होंने कहा है तो उन्हें फिर से मुख्यमंत्री से मिलना चाहिए और उन्हें बताना चाहिए कि आपने वादा किया है। अगर वे मदद कर सकते हैं तो बहुत अच्छी बात है।
'पता नहीं किसके कहने पर उसने सरेंडर किया'
किरोड़ी ने आगे कहा कि समरवता की घटना होते ही मैं गया था। मुझे नहीं पता किसके कहने पर उसने मेरे जाने से पहले सरेंडर कर दिया। उसने मेरी बात नहीं सुनी। फिर मैं उससे जेल में मिलने गया। मैं सभी बच्चों से मिला और नरेश से मिला और उससे पूछा कि उसकी क्या समस्या है। मैंने 19 लोगों को रिहा करवाया। बाकी लोगों को कोर्ट ने रिहा करवाया।
'आप जो कहेंगे मैं करने को तैयार हूं'
मंत्री मीना ने आगे कहा कि उसके (नरेश के) पिता ने मुझे कई बातें नहीं बताई, उसने मुझे पूरी तरह से दूर रखा। वह सभी नेताओं के पास गया। फिर भी मैंने विनती की। मैंने हिंसा रोकी और जेल में उससे मिला और आप जो कहेंगे मैं करने को तैयार हूं, मंत्री और मुख्यमंत्री से मिलने के लिए। लेकिन जब मुझे जाति से निकाल दिया गया तो मैं क्या कर सकता हूं।
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