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जितना भव्य उतना ही रहस्यमयी! वीडियो में देखे जयपुर सिटी पैलेस के वो डरावने राज़, जिनके बारे में आज भी लोग बात करने से डरते हैं

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राजस्थान की राजधानी जयपुर अपनी राजशाही भव्यता, रंग-बिरंगे बाजारों और ऐतिहासिक धरोहरों के लिए दुनियाभर में प्रसिद्ध है। पिंक सिटी के दिल में बसा जयपुर सिटी पैलेस भी ऐसा ही एक अद्वितीय स्थापत्य चमत्कार है, जो एक ओर जहां भव्यता और गौरव की पहचान है, वहीं दूसरी ओर इसके सीने में कुछ ऐसे भयानक और रहस्यमयी राज़ भी छुपे हैं जिन्हें जानकर रोंगटे खड़े हो जाते हैं।


शाही वैभव की मिसाल: सिटी पैलेस
जयपुर सिटी पैलेस का निर्माण महाराजा सवाई जय सिंह द्वितीय ने 1727 में करवाया था। यह पैलेस उस समय की वास्तुकला, संस्कृति और शक्ति का जीता-जागता उदाहरण है। महलों, मंदिरों, बागों और दरबारों का यह परिसर राजपूत और मुगल स्थापत्य कला का शानदार मिश्रण है। यह परिसर चंद्र महल, मुबारक महल, दीवान-ए-खास और दीवान-ए-आम जैसी कई भव्य संरचनाओं से सजा हुआ है।

लेकिन भव्यता के उस पर्दे के पीछे...
सिटी पैलेस की चमचमाती दीवारों और सुनहरी सजावटों के पीछे कई ऐसे काले सच और दबी कहानियाँ छुपी हुई हैं, जिनके बारे में न तो टूर गाइड बताते हैं और न ही किसी किताब में खुलकर लिखा गया है। महलों के गलियारों में गूंजती हुई आवाजें, रात के सन्नाटे में बजती पायल की ध्वनि, और बिना वजह खुलते-बंद होते दरवाज़े—ये सभी इसके डरावने पक्ष की ओर इशारा करते हैं।

आत्माओं की दास्तान: कौन है वो छाया?
स्थानीय लोगों और पुराने कर्मचारियों का कहना है कि कई बार सिटी पैलेस में सफेद साड़ी पहने एक महिला की परछाई देखी गई है, जो चंद्र महल के आस-पास मंडराती है। यह छाया बेहद शांत लेकिन भयानक होती है, और जिस किसी ने इसे देखा, उसने हमेशा असामान्य घटनाएं महसूस की हैं—जैसे शरीर का भारी हो जाना, अचानक ठंड का एहसास, या मन में डर समा जाना।कहा जाता है कि ये आत्मा सवाई ईश्वर सिंह की एक बेगुनाह रानी की है, जो राजदरबार की साज़िश का शिकार हो गई थी। उसे महल में जहर देकर मार दिया गया था और उसकी आत्मा आज भी न्याय की तलाश में उसी परिसर में भटक रही है।

मुबारक महल में रात को मत जाना!
मुबारक महल, जो अब एक वस्त्र संग्रहालय के रूप में जाना जाता है, दिन में पर्यटकों की चहल-पहल से भरा होता है। लेकिन जैसे ही सूरज ढलता है, इस महल के कई कमरों में अजीबोगरीब घटनाएं घटती हैं। पुराने सुरक्षाकर्मियों के अनुसार, कुछ विशेष कमरों में जाने के बाद लोगों को चक्कर आना, उल्टी होना, और अचानक घबराहट महसूस होना आम बात है।

रहस्यमयी सुरंगें और बंद दरवाजे
सिटी पैलेस के अंदर कई ऐसे रहस्यमयी दरवाजे और सुरंगें हैं जिन्हें कभी खोला नहीं गया। कहते हैं कि ये दरवाजे किसी दूसरे महल से जुड़े हैं या फिर इन्हें शापित मानकर बंद कर दिया गया है। एक सुरंग के बारे में कहा जाता है कि इसमें प्रवेश करने वाला व्यक्ति कभी वापस नहीं लौटा।इतिहासकार भी इस विषय पर ज्यादा बोलने से बचते हैं, क्योंकि इन गलियारों में क्या छुपा है, यह एक अनसुलझा रहस्य बना हुआ है।

क्यों नहीं होती रात में टूर?
हालांकि सिटी पैलेस दिन के समय गुलजार रहता है, लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि यहां रात में किसी भी तरह का टूर आयोजित नहीं होता। कारण? प्रशासनिक तौर पर तो सुरक्षा कारणों का हवाला दिया जाता है, लेकिन स्थानीय लोग मानते हैं कि रात होते ही यहां की हवा में कुछ ऐसा बदल जाता है जो इंसानों के लिए सुरक्षित नहीं होता।

डर और श्रद्धा का संगम
सिटी पैलेस को लेकर डरावनी कहानियां जितनी भी हों, उतनी ही गहरी लोगों की श्रद्धा भी जुड़ी है। महल में कई मंदिर भी हैं, जहां रोज़ाना पूजा-अर्चना होती है। ऐसा माना जाता है कि इन दिव्य स्थानों की ऊर्जा ही इन आत्माओं को काबू में रखती है और परिसर को एक संतुलन में बनाए रखती है।

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